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संयम से ही हमें भव भव के दुःखों से छुटकारा मिल सकता हैः सागर महाराज

देहरादून

भारतीय जैन मिलन की संस्था महिला जैन मिलन माटी देहरादून द्वारा दशलक्षण महापर्व पर आज छठे दिन क्षुल्लक रत्न 105 समर्पण सागर महाराज ने उŸाम संयम धर्म पर सारगर्भित प्रवचन किए और बताया कि संयम से ही हमें भव भव के दुःखों से छुटकारा मिल सकता है। उन्होंने कहा कि वास्तव में संयम ही मोक्ष का मार्ग है। इस अवसर पर सांस्óतिक कार्यÿमों की श्रंखला में आज जैन भवन गांधी रोड पर भगवान महावीर के चित्र का अनावरण व दीप प्रज्वलन भारतीय जैन मिलन के पदाधिकारी गण, उत्सव समिति व जैन समाज के वरिष्ठ एवं गणमान्य महानुभावों द्वारा किया गया। इस अवसर पर भगवान महावीर स्वामी के वंदन के साथ कार्यÿम का शुभारंभ किया गया। सांस्óतिक कार्यÿम की श्रंखला में दशलक्षण भादो के दिन पर आधारित सुंदर वंदना की गई। इस अवसर पर तत्पश्चात भ७ांबर की रचना का गुणगान एक कव्वाली के द्वारा प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर कहा गया कि आज के दिन की विशेष प्रस्तुति पंचकल्याणक महोत्सव, जिसमें भगवान महावीर के गर्भ, जन्म, तप, ज्ञान, मोक्ष, सभी पांचों कल्याणको को बहुत ही सुंदर और अनोखे ढंग से प्रस्तुत किया गया। इसके बाद सेठ सुदर्शन की नाटिका प्रस्तुत की गई जिसमें णमोकार मंत्र की महिमा का अतिशय दिखाया गया। इसमें सेठ सुदर्शन के रोल में सरिता जैन, महाराजा धात्री पावक के रोल मंजू जैन जैन कलिंोनी एवं महारानी के रोल में पूनम जैन ने किरदार निभाया। इस अवसर पर भारतीय जैन मिलन के राष्टन्न्ीय कार्यकारी अध्यक्ष नरेश चंद जैन, क्षेत्रीय मंत्री संजय जैन, डकिं्टर संजीव जैन, उत्सव समिति के संयोजक संदीप जैन, अर्जुन जैन, आशीष जैन, जैन समाज के अध्यक्ष विनोद कुमार जैन, महामंत्री राजेश जैन, जैन भवन के अध्यक्ष सुनील जैन, अशोक जैन, मुर्नेंी स्वरूप जैन, सुकमाल जैन, गोपाल सिंगल, अंकुर जैन, वीरेश जैन, मंजू जैन सहित धर्म प्रेमी उपस्थित रहे।