कोरिया में पतंजलि उत्पादों के प्रति लोगों में विश्वास : बालकृष्ण
हरिद्वार
दक्षिण कोरिया के यंगसुंग बुकतो प्रांत में वैलनेस फेस्टिवल में पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण ने विशेष रूप से भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रसन्नता का विषय है कि हजारों वर्ष पुराने भारत-कोरियाई संबंधों को वर्तमान में राजनयिक रूप से पचासवें वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। आचार्य ने भारतीय एवं सनातन संस्कृति एवं आयुर्वेदिक औषधियों के विषय पर उद्बोधन दिया। इस अवसर पर यंगसुंग बुकतो के गवर्नर और वहां के मेयर सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। उन्होंने पतंजलि द्वारा रचित पुस्तक का विमोचन किया। इस पुस्तक की सभी ने प्रशंसा की। इस अवसर पर यंगसुंग बुकतो के गवर्नर ने आने वाले समय में अपने क्षेत्र में भारतीय गांव की स्थापना और पतंजलि के साथ मिलकर कोरियन मेडिसिन सिस्टम पर काम करने की इच्छा जताई। उन्होंने कहा कि भारतीयता तथा भारत के गौरव को बढ़ाने वाले इस कार्य से निश्चित रूप से हमारे आपसी सम्बंध प्रगाढ़ होंगे। समारोह में पतंजलि के स्टॉल के लिए विशेष स्थान उपलब्ध कराया गया। पतंजलि के स्टॉल को देखकर कोरियाई लोगों में उत्साह देखने को मिला। आचार्य ने कहा कि यहां पतंजलि के उत्पादों के प्रति लोगों में विश्वास तथा स्वीकार्यता है। हमें प्रसन्नता है कि यहां अधिकांश लोगों को पतंजलि के उत्पादों के विषय में पहले से ही जानकारी है। कार्यक्रमों के सफल समन्वय का कार्य सुभारती विश्वविद्यालय, मेरठ के यूनिवर्सिटी रिसर्च कमेटी के वरिष्ठ सलाहकार डॉ. हीरो हित्तो ने किया। साथ ही सुभारती विवि के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. शल्य राज, हॉलिस्टिक मेडिसिन के निदेशक डॉ. रोहित रविन्द्र, जामनगर विवि के कुलपति डॉ. हीराभाई पटेल, बनारस हिन्दू विवि के संकायाध्यक्ष व प्रोफेसर तथा दक्षिण कोरिया में भारतीय दूतावास के राजनयिक तथा निशीकांत सिंह उपस्थित रहे।