बदरीनाथ आरती के रचयिता के पैतृक घर पहुंचे पूर्व सीएम त्रिवेंद्र
रुद्रप्रयाग। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत बुधवार को रुद्रप्रयाग जनपद के सतेराखाल पहुंचे। जहां उन्होंने बदरीनाथ की दिव्य आरती के रचयिता स्व. धन सिंह बर्त्वाल के पैतृक घर पहुंचकर परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान पूर्व सीएम का स्थानीय जनता द्वारा फूल मालाओं और ढोल दमाऊं के साथ स्वागत किया गया। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कई वर्षों से देश और दुनिया में भगवान बदरीनाथ की आरती के लेखक के बारे में भ्रम था, किंतु 4 वर्ष पहले उनके मुख्यमंत्री काल के दौरान बदरीनाथ आरती के असली लेखक को लेकर सतेराखाल स्यूपुरी का बर्त्वाल परिवार सामने आया। इस विषय में जब गहनता से जांच हुई थी, तब रहस्य से पर्दा उठा था कि भगवान बदरीनाथ की आरती के असली लेखक धन सिंह बर्त्वाल थे, जिन्होंने 1881 में आरती की रचना की थी। त्रिवेंद्र सिंह ने इसे अपने कार्यकाल की बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा कि कार्बन डेटिंग व अन्य दस्तावेजों के आधार पर इस पर मुहर लगाई गई। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए बहुत ही गर्व का विषय है, इससे इससे साबित होता है कि हमारी सनातन परंपराएं कितनी मजबूत रही होंगी। आरती की पांडुलिपि के शोधकर्ता महेंद्र सिंह बर्त्वाल ने अभिनंदन पत्र का वाचन कर पूर्व मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन सामाजिक कार्यकर्ता गम्भीर सिंह बिष्ट ने किया। इस दौरान यूसैक के पूर्व निदेशक प्रोफेसर महेंद्र प्रताप सिंह बिष्ट, बीकेटीसी के पूर्व उपाध्यक्ष अशोक खत्री, भाजपा जिलाध्यक्ष महावीर सिंह पंवार, पृथ्वीराज चौहान, त्रिलोचन भट्ट, सचेंद्र रावत, कृष्णानंद नौटियाल, त्रिभुवन बर्त्वाल, जयकृत बिष्ट, सतेंद्रपाल बर्तवाल, धीरज बर्तवाल, दीक्षराज रावत, कल्पत सिंह, चंडी सेमवाल, विकास नौटियाल, प्रद्युमन बर्तवाल, अर्जुन नेगी, जीत सिंह मेवाल, हिम्मत रावत आदि मौजूद थे।