सड़क हादसे में भारत पूरी दुनिया में पहले पायदान पर
भोपाल
जस्टिस सप्रे ने कहा कि विजन जीरो मध्यप्रदेश के लागू होने के बाद हादसों में कमी आएगी। फायदा यह भी होगा कि दुर्घटनाग्रस्त लोगों का जीवन बचाया जा सकेगा। उन्होंने कहा यह योजना तभी फलीभूत होगी, जब प्रदेश का हर नागरिक इसे एक मिशन के रूप में अपनाएगा। सभी को यातायात नियमों का पालन करना होगा और दूसरे लोगों को करने के लिए प्रेरित करना होगा। तभी हम सड़क हादसों और उनसे होने वाली मौतों में कमी लाने में सफल होंगे। उन्होंने होने वाली मौतों में कमी लाने में सफल होंगे। उन्होंने कहा कि विश्व की 11 फीसदी दुर्घटनाएं भारत में होती हैं। इस मामले में भारत पहले पायदान पर है, यह दुखद है। स्वर्णिम घंटे में घायल को पहुंचाएं अस्पताल, नहीं होगी पूछताछ : परिवहन आयुक्त मुकेश जैन ने कहा कि दुर्घटना के बाद घायल के लिए पहला घंटा स्वर्णिम हाता है। यदि एक घंटे के अंदर घायल को अस्पताल पहुंचा दिया जाए, तो उसकी जान बचाई सकती है। घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने में मदद करने वालों से अब कोई पूछताछ नहीं होगी, बल्कि उनक सम्मान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया मध्यप्रदेश में शुरू भी कर दी गई है।