उत्तराखण्ड

सिंगल यूज प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट की जानकारी दी

विकासनगर

सगंध पौधा केंद्र सेलाकुई में जिला उद्योग केंद्र और स्टेट पोल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने आद्योगिक इकाइयों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर सिंगल यूज प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट की जानकारी दी। इसके साथ ही प्लास्टिक का सामान बनाने वाली कंपनियों को पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में अपना योगदान देने की बात कही। मंगलवार को जिला उद्योग केंद्र की महाप्रबंधक अंजली रावत नेगी ने कहा कि छोटे उद्योगपतियों को देश के समावेशी विकास में अपना सहयोग देना होगा। इसके लिए जरूरी है कि सिंगल यूज प्लास्टिक के बजाय जूट और कपड़े से निर्मित सामान को बढ़ावा दिया जाए। कहा कि जिन उद्योगों में अभी भी सिंगल यूज प्लास्टिक बड़ी मात्रा में शेष है, उन्हें वैज्ञानिक तरीके से इसका निस्तारण करना होगा। ताकि पर्यावरण को होने वाले नुकसान से बचाया जा सके। उन्होंने बताया कि सिंगल यूज प्लास्टिक के विकल्प को अपनाने वाली औद्योगिक इकाइयों को उचित सहायता मुहैया कराई जाएगी। स्टेट पोल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी डा. आरके चौधरी ने औद्योगिक इकाइयों के प्रतिनिधियों को सिंगल यूज प्लास्टिक से होने वाले नुकसान और उसके वेस्ट मैनेजमेंट की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सिंगल यूज प्लास्टिक धरती पर जीवन के अस्तित्व के लिए सबसे बड़ा खतरा बन गया है। पर्यावरण को सबसे अधिक नुकसान प्लास्टिक से ही हो रहा है। इसके सथ ही प्लास्टिक मानव और पशुओं के स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है। जबकि इससे मिट्टी की उर्वरा शक्ति भी धीरे धीरे कम होती जा रही है। उन्होंने कहा धरती पर मौजूद प्लास्टिक का वैज्ञानिक विधि से निस्तारण किया जाना जरूरी है। इस दौरान पीएस चावला, राहुल वैद्य, सुमन बुड़ाकोटी, कृपेश कुमार, महेंद्र सिंह बोरा, नारायण सिंह, जगदीश रावत आदि मौजूद रहे।