सिंगापुर में दिल्ली मॉडल पर चर्चा करने से केजरीवाल को पीएम मोदी रोक रहे हैं : सौरभ भारद्वाज
नई दिल्ली
दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने मोहल्ला क्लीनिक से लेकर अच्छे स्कूल बनाने का जो काम किया है उसके लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सिंगापुर जाकर विश्व भर के नेताओं के सामने दिल्ली मॉडल पर चर्चा करने से रोक रहे हैं। आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने यह आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से प्रधानमंत्री मोदी को ईर्ष्या हो रही है। क्योंकि एक विदेशी सरकार ने उन्हें दुनिया भर के नेताओं सामने दिल्ली का विकास मॉडल पेश करने बुलाया है। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल को सिंगापुर दौरे से रोककर पीएम मोदी ने खुद को हंसी का पात्र बना लिया है। उनकी असुरक्षा से दुनिया के सामने भारत की छवि खराब हो रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी विदेश में अपने नाम के नारे लगवा कर अपना डंका बजवाना चाहते हैं, जबकि डंका भारत का बजना चाहिए था। सीएम अरविंद केजरीवाल शायद ही कभी विदेश जाते हैं। वहीं पीएम मोदी कभी-कभार ही भारत में रहते हैं। विधायक सौरभ भारद्वाज ने आज पार्टी मुख्यालय में महत्वपूर्ण प्रेस वार्ता को संबोधित किया। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि करीब डेढ़ माह पहले सिंगापुर के हाई कमिश्नर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिले। उस बैठक में मैं भी मौजूद था। दिल्ली और सिंगापुर के विषय में कई चीजों पर चर्चा हुई। हाई कमिश्नर ने बताया कि सिंगापुर की सरकार चाहती है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सिंगापुर आएं। सिंगापुर में सैकड़ों शहरों की समिट है। उसके अंदर अरविंद केजरीवाल दिल्ली में हो रहे विकास कार्यों और दिल्ली के मॉडल के बारे में विदेशों से आए सैकड़ों नेताओं को बताएं। ताकि उन सब लोगों को दिल्ली मॉडल का फायदा मिले। वहां तक भी दिल्ली मॉडल की बात पहुंचे।सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मेरे हिसाब से यह दिल्ली वाले के लिए गर्व की बात है। पिछले दो बार से दिल्ली के लोग भारी मतों से केजरीवाल सरकार को चुन रहे हैं। दिल्ली के अंदर मोहल्ला क्लीनिक, वर्ल्ड क्लास स्कूलों, डेंगू को लेकर 10 हफ्ते 10 बजे 10 मिनट अभियान, प्रदूषण को 25 फ़ीसदी कम करने सहित हर प्रोजेक्ट में दिल्ली वालों की भागीदारी रही है। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि आज केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगर दिल्ली के चुने हुए मुख्यमंत्री को विदेश जाने से रोक रहे हैं तो इसमें दिल्ली वालों का अपमान है। यह हर भारतवासी के लिए बड़े गौरव की बात थी कि भारत के एक मुख्यमंत्री को विदेश की सरकार बुला रही है कि आप सैकड़ों विदेशों से आए हुए नेताओं के सामने अपने दिल्ली मॉडल की बात करें। नरेंद्र मोदी अरविंद केजरीवाल को रोक रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी क्यों नहीं चाहते हैं कि दिल्ली वालों और भारत का नाम हो।सौरभ भारद्वाज कहा कि अक्सर देखा होगा कि नरेंद्र मोदी विदेश में जाते हैं तो उनकी इवेंट मैनेजमेंट टीम पहले से ही लोगों को सिखा कर रखती है कि आपको नारा लगाना है मोदी मोदी। जबकि नारा भारत-भारत होना चाहिए था। हमारे भारत देश के बारे में नारा होना चाहिए था। भारत का नाम ऊंचा होना चाहिए था और मोदी अपना नाम ऊंचा कराना चाहते हैं कि मेरे नाम का डंका बजे और हिन्दुस्तान का डंका ना बजे। हिंदुस्तान के लोकप्रिय मुख्यमंत्री को विदेश की सरकार बुला रही है तो नरेंद्र मोदी को ईर्ष्या हो रही है। एक छोटे से प्रदेश के मुख्यमंत्री से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जलन हो रही है। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि नरेंद्र मोदी साल में दर्जन से ज्यादा बार विदेशों में जाते हैं। कोरोना से पहले हर महीने कई चक्कर विदेशों के लगाते थे। हर साल शायद पीएम मोदी का पासपोर्ट बनता होगा, क्योंकि इतना वीजा लगवाते हैं। उन नरेंद्र मोदी को आज दिल्ली के मुख्यमंत्री से ईर्ष्या और जलन सिर्फ इस वजह से हो रही है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री को विदेश की सरकार न्यौता देकर बुला रही है और कह रही है कि आप हमारे यहां आइए और विदेशों से आए हुए सैकड़ों नेताओं के आगे दिल्ली मॉडल के बारे में बताइए।सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मान लीजिए जब ट्रंप का जमाना था, उस समय वॉशिंगटन-टेक्सास के गवर्नर को हिंदुस्तान की सरकार बुलाए कि टेक्सास में बहुत अच्छा काम हुआ है। वह हिंदुस्तान में सब को बताएं कि क्या काम कैसे हुआ और कितना अच्छा काम हुआ। उस समय पता चले कि वहां के राष्ट्रपति ट्रंप उनको आने नहीं दे रहे और रोक रहे कि आप नहीं जा सकते। भले और कोई चले जाएगा। ऐसे में ट्रंप की विदेश और हिंदुस्तान में कितनी बदनामी होती की एक राष्ट्रपति एक छोटे से राज्य के नेता को रोक रहे हैं कि तुम नहीं जाओगे, जहां जाऊंगा मैं जाऊंगा।सौरभ भारद्वाज ने कहा कि विदेशों में हिंदुस्तान की बदनामी हो रही है। पूरा विश्व हम पर हंस रहा है कि एक प्रधानमंत्री एक मुख्यमंत्री को विदेश के निमंत्रण पर जाने से रोक रहे हैं। वह कोई सैर सपाटा करने नहीं जा रहे हैं। सीएम अरविंद केजरीवाल का अगर आप रिकॉर्ड देखें तो शायद ही कभी विदेश यात्रा पर जाते हों। दूसरी तरफ नरेंद्र मोदी हैं जो कभी शायद ही देश में टिकते हों। कोरोना के डर से मोदी को रूकना पड़ा, वरना हमेशा विदेशों में रहते थे। यह बहुत ही हैरानी की बात है। पूरे विश्व में प्रधानमंत्री के इस कार्य की वजह से हिंदुस्तान का सिर झुक रहा है।
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