उत्तराखण्ड

शीशमबाड़ा प्लांट हटाने को लेकर आंदोलन का ऐलान 

विकासनगर

पछुवादून संयुक्त समिति ने शीशमबाड़ा प्लांट शिफ्ट किए जाने को लेकर हो रही कार्रवाई से संतुष्ट नहीं होने पर आंदोलन का ऐलान किया है। समिति का आरोप है कि ननगर निगम और जिला प्रशासन प्लांट को हटाने के लिए गंभीर नहीं हैं। कहा कि प्लांट अन्यत्र शिफ्ट किए जाने को लेकर नगर पालिका और प्रशासन एक दूसरे पर जिम्मेदारी थोपकर पल्ला झाड़ रहे हैं।पछुवादून संयुक्त समिति के प्रतिनिधि मंडल ने नगर निगम देहरादून के नगर आयुक्त मनुज गोयल से मुलाकात कर शीशमबाड़ा प्लांट को हटाने की प्रक्रिया की प्रगति के बारे में जानकारी ली। समिति का कहना है कि नगर आयुक्त ने प्लांट के स्थानांतरण और जगह खोजने की जिम्मेदारी राजस्व विभाग और जिलाधिकारी की होने की बात कही है। कहा कि इसमें नगर निगम की कोई भूमिका नहीं है। इस पर संयुक्त समिति पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी डा. राजेश कुमार से भेंट की। कहा कि प्रशासन ने कहा कि प्लांट के लिए कौन सी भूमि उपयुक्त है। इसे नगर निगम बेहतर भूमि चयन कर सकता है, जिसके बाद ही राजस्व विभाग आगे कार्रवाई संपादित कर सकेगा। जिलाधिकारी ने नगर निगम को समिति के प्रार्थना पत्र पर निर्देश दिया कि वह जमीन को चिन्हित करे। जिसके बाद समिति फिर से नगर आयुक्त को मिली। इसके बाद नगर आयुक्त ने कहा कि प्लांट की जगह चयन के लिए एक ज्वाइंट कमेटी गठित करेंगे। जिसके बाद आगे की कार्रवाई होगी। पछुवादून संयुक्त समिति ने नगर निगम और जिला प्रशासन के रवैये पर कहा कि दोनों ही विभाग एक दूसरे पर जिम्मेदारी थोपकर जनता को गुमराह कर रहे हैं। ऐसे में तो कूड़ाघर शिफ्ट होना मुश्किल है। समिति ने स्थानीय लोगों को एकजुट होकर बड़े आंदोलन की तैयारी में जुटने का ऐलान किया। कहा कि शीघ्र प्लांट नहीं हटा तो व्यापक स्तर पर आंदोलन होगा। संयुक्त समिति के प्रतिनिधि मंडल में समिति के अध्यक्ष चैतन्य अनिल गौड,राज गंगसारी, अरुण कमार, राय सिंह, प्रकाश भट्ट, योगेश महावर, मनवर पंवार, गणेश सकलानी, नीमा जोशी, उमा पंवार, सुनीता कैंत्यूरा, सपना शर्मा, आशा कंडारी, मुन्नी देवी आदि शामिल रहे।