ट्रांसपोर्टरों ने की माल भाड़े में 15 फीसदी की बढ़ोत्तरी
रुड़की
ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस ने माल भाड़े में पंद्रह फीसदी की बढ़ोत्तरी की है। फैक्ट्रियों से माल ढुलाई के लिए अब नए रेट पर टेंडर डाले जाएंगे। ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के भगवानपुर कार्यालय पर मंगलवार को बैठक हुई। ट्रकों से ढुलाई भाड़ा बढाने का प्रस्ताव पास किया गया। प्रदेश उपाध्यक्ष उनसूइया प्रसाद उनियाल ने कहा कि डीजल, पेट्रोल, गैस टोल आदि के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह सरकार रोज दामों में बढ़ोत्तरी कर रही है उससे अगर ट्रांसपोर्टर भी अपना खर्चा आदि जोड़कर किराया बढ़ाने लगे तो उसका सीधा सीधा नुकसान आम आदमी पर पड़ेगा लेकिन फिर भी आम आदमी पर ज्यादा बोझ न पड़े, इसलिए बहुत सोच विचार कर किराए में कम बढ़ोत्तरी की है। संगठन के प्रदेश महासचिव आदेश सैनी सम्राट ने कहा कि जिस स्टेशन का ट्रकों का किराया दस हजार रुपये होता है, उसमें केवल डीजल का ही खर्चा ही 8000 हजार रुपये हो रहा है। बाकी टोल टैक्स, ड्राइवर की तनख्वाह, मेंटीनेंस, गाडियों की किस्त देने के बाद मोटर मालिक खाली हाथ रह जाता है। अपने घर के खर्च भी उधार और ब्याज पर पैसे लेकर पूरे करने पड़ते हैं। किराया बढ़ाने के लिए सरकार ही जिम्मेदार है।