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पीसीओएस से ग्रस्त महिलाएं डाइट में शामिल करें ये चीजें

पीसीओएस यानी पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम, यह एक ऐसी स्थिति है, जो महिलाओं में हार्मोन असंतुलन के कारण उत्पन्न हो सकती है। इसके कारण महिलाओं को अनियमित पीरियड्स, वजन बढऩा और बालों के झडऩे जैसी कई समस्याओं से जूझना पड़ता है। हालांकि, अगर सही इलाज के साथ डाइट पर अतिरिक्त ध्यान दिया जाए तो इसके जोखिम कम करने में काफी मदद मिल सकती है। आइए जानते हैं कि पीसीओएस से ग्रस्त महिलाओं की डाइट में किन चीजों का होना लाभदायक है।
यह स्टोरी क्यों महत्वपूर्ण है?
पीसीओएस से ग्रस्त महिला के शरीर में पुरुष हार्मोन एण्ड्रोजन का स्तर जरूरत से ज्यादा हो जाता है और अंडाशय पर सिस्ट बनने लगते हैं। बता दें कि शरीर को सही तरह से काम करने के लिए पुरूष और महिला दोनों हार्मोन्स की आवश्यकता होती है, लेकिन पीसीओएस वाली महिला में अधिक पुरुष हर्मोन हो जाते हैं, जिसके कारण कई समस्याएं हो सकती हैं। हालांकि, सही डाइट की मदद से इस स्थिति को नियंत्रित किया जा सकता है।
प्रोटीन युक्त आहार
अगर किसी महिला को पीसीओएस है तो उसको अपनी डाइट में प्रोटीन से युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करना नहीं भूलना चाहिए। दरअसल, प्रोटीन युक्त आहार का सेवन करने से पीसीओएस वाली महिलाओं में पुरुष हार्मोन एण्ड्रोजन का स्तर नियंत्रित करने में काफी मदद कर सकता है। इसके साथ ही कई तरह के स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं। इसलिए पीसीओएस वाली महिलाएं अपनी डाइट में अंडे, मछली, बादाम और दाल जैसे प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों को जरूर शामिल करें।
फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ
फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन हार्मोन्स का संतुलन बनाए रखने में महिलाओं की मदद कर सकता है और उन्हें अन्य कई तरह के स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान कर सकता है। डाइट में फाइबर युक्त आहार को शामिल करने का सबसे बड़ा फायदा है कि ये बढ़ते वजन को नियंत्रित करने में भी सहायक है। साबुत अनाज, नाशपती, ब्रोकोली, गाजर, स्वीटकॉर्न, शकरकंद, बीन्स, दाल, मेवे और खाद्य बीज आदि फाइबर युक्त होते हैं।
हेल्दी फैट्स का करें सेवन
कई लोगों का यह मानना है कि फैट्स अनहेल्दी होते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। बता दें कि ट्रांस और सैचुरेटेड फैट स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक है, इसलिए इनको नजरअंदाज करके पीसीओएस वाली महिलाएं अपनी डाइट में हेल्दी फैट्स को शामिल करना सुनिश्चित करें। पीसीओएस वाली महिलाएं चाहें तो अपनी डाइट में जैतून का तेल, तैलीय मछली, सूखे मेवे और एवोकाडो जैसी हेल्दी फैट्स युक्त चीजों को शामिल कर सकती हैं।
हरी पत्तेदार सब्जियां
पालक, मेथी और बथुआ जैसी हरी पत्तेदार सब्जियां न सिर्फ फाइबर का बेहतरीन स्त्रोत होती हैं, बल्कि ये विटामिन- सी, विटामिन- के, विटामिन- ए और फोलेट जैसे पोषक तत्वों से भी समृद्ध होती है, जो हार्मोन को संतुलित रखने में सहायक हैं। इसके अतिरिक्त, हरी पत्तेदार सब्जियां शरीर की कई जरूरतों को भी पूरा कर सकती हैं और कई तरह की बीमारियों से बचाकर रखने में मदद कर सकती हैं। इसलिए पीसीओएस वाली महिलाएं अपनी डाइट में हरी पत्तेदार सब्जियों को शामिल करें।