सनातन धर्म के संरक्षण एवं लोक कल्याण के लिए समर्पित रहा ब्रह्मलीन देवेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी महाराज का जीवन: सीएम धामी
हरिद्वार
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि ब्रह्मलीन स्वामी देवेन्द्र स्वरूप ब्रह्मचारी महाराज का जीवन सनातन धर्म के संरक्षण एवं लोक कल्याण के लिए समर्पित रहा। भीमगोड़ा स्थित श्री जयराम आश्रम में आयोजित ब्रह्मलीन स्वामी देवेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी महाराज की अष्टादश पुण्यतिथी पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने हमेशा निःस्वार्थ भाव से जनसेवा में योगदान किया। उनका जीवन सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। अपने गुरूदेव के पदचिन्हों पर चलते हुए स्वामी ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी महाराज समाज की सेवा के साथ सनातन धर्म और संस्कृति के उत्थान में योगदान कर रहे हैं। योग गुरु स्वामी रामदेव महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन स्वामी देवेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी महाराज एक युगपुरुष और सनातन संस्कृति के पुरोधा थे। जिन्होंने धर्म के साथ-साथ चिकित्सा अौर शिक्षा के क्षेत्र में भी अग्रणीय भूमिका निभाकर राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान प्रदान किया। ऐसे महापुरुषों को संत समाज सदैव नमन करता है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि महापुरुषों का जीवन त्याग और तपस्या को समर्पित रहता है और ब्रह्मलीन स्वामी देवेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी महाराज तो विलक्षण प्रतिभा के धनी संत थे। जिन्होंने सदैव भावी पीढ़ी को संस्कारवान बनाने के लिए समाज को जागृत किया। उन्हीं के आदर्शो को अपनाकर स्वामी ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी महाराज शिक्षा चिकित्सा सहित सेवा के कई क्षेत्रों में अपना अहम योगदान प्रदान कर रहे है।ं जो संत समाज के लिए गर्व का विषय है। जयराम पीठाधीश्वर ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी महाराज ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, योग गुरू स्वामी रामदेव, अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्रपुरी सहित सभी संतों का फूलमाला पहनाकर व पुष्पवर्षा कर स्वागत किया और कहा कि संत महापुरूषों की कृपा से वे पूज्य गुरूदेव ब्रह्मलीन देवेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी महाराज के अधूरे कार्यो को पूरा करते हुए समाज के प्रति अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं। निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि महापुरुष मात्र शरीर त्यागते हैं। समाज उत्थान के लिए उनकी शिक्षाएं अनंत काल तक समाज का मार्गदर्शन करती रहती हैं। ब्रह्मलीन स्वामी देवेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी महाराज एक महान तपस्वी संत थे। जिनके जीवन से प्रेरणा लेकर युवा संतो को राष्ट्रीय एकता अखंडता बनाए रखने में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करनी चाहिए। आनंद पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी बालकानंद गिरी महाराज ने कहा कि संत समाज ने सदैव राष्ट्र को एकता के सूत्र में पिरोकर उन्नति की ओर अग्रसर किया है और ब्रह्मलीन स्वामी देवेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी महाराज तो संत समाज का गौरव थे। जिनका जीवन आज भी सभी के लिए प्रासंगिक है। संत समाज के इतिहास में उनका नाम सदा स्वर्णिम अक्षरों में स्मरण रहेगा। कार्यक्रम में मशहूर हास्य कवि सुरेंद्र शर्मा ने संतों व श्रद्धालुओं को खूब गुदगुदाया। कार्यक्रम का संचालन प्रो.शिवशंकर मिश्रा ने किया। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा, पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतिस्वरानंद, विधायक मदन कौशिक, महंत साधनानंद, बाबा हठयोगी, महामंडलेश्वर स्वामी रामेश्वरानंद सरस्वती, महंत देवानंद सरस्वती, महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरि, महामंडलेश्वर स्वामी संतोषानंद देव, महंत संतोष दास, महंत जसविंदर सिंह शास्त्री, स्वामी हरिहरानंद, स्वामी रविदेव शास्त्री, स्वामी दिनेश दास, श्रीमहंत विष्णु दास, महंत प्रह्लाद दास, महंत अरुण दास, महंत सूरज दास, स्वामी गंगा दास उदासीन, महंत शिव शंकर गिरी, स्वामी ऋषि रामकृष्ण सहित बड़ी संख्या में संत महंत उपस्थित रहे।