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ग्राम पंचायत पटना में 19 लाख का शौचालय घोटाला

बिसवां नगर

ब्लाक सकरन की ग्राम पंचायत पटना में हुये शौचालय घोटाले पर खंड विकास अधिकारी सकरन बोले मुझे अभी बारह दिन आये हुआ है। यदि आप मुझे शिकायती पत्र देते हैं तो मैं जांच कराऊंगा। जब उन्हें यह बताया गया कि तहसील समाधान दिवस में वर्ष 2019 में शिकायत संख्या 30080620000859 पर जांच में मामला सही मिला है। 60 शौचालयों का निर्माण न कराकर जिम्मेदारो नें शौचालय का रुपया हजम कर लिया है तो उन्होंने कहा इस पर कार्यवाही जिला पंचायत राज अधिकारी करेंगे। उन्होंने मीटिंग में होने की बात कहकर फ ोन काट दिया। बताते चले ग्राम पंचायत पटना में ग्रामीणों के अनुसार चार सौ शौचालय घर घर बनाये जाने के लिए वर्ष 2018-19 में ग्राम पंचायत को प्राप्त हुये थे। ग्रामीणों की माने तो मात्र 227 शौचालय का निर्माण कराया गया और और 173 शौचालयों का निर्माण नहीं हुआ है। गौरतलब हो समाधान दिवस में उपरोक्त शिकायत संख्या पर जांच अधिकारी सतेंद्र कुमार सिंह पंचायत सहायक विकास अधिकारी पंचायत ने ईस मामले की जांच की। उन्होंने अपनी जांच आख्या खंड विकास अधिकारी सकरन को सौंप कर कहा है कि ग्राम पंचायत पटना में एसबीएमयोजना से कुल पंचायत में तिरासी शौचालय बनाये जाने थे। जिसमें से मात्र 36 शौचालय बनाये गये। बाकी छत्तीस शौचालयों का निर्माण धरातल पर नहीं किया गया। सात शौचालय अपूर्ण है और चार शौचालय टूट चुके है। वहीं जांच अधिकारी ने अपनी जांच में आगे कहां है कि एलओबी योजना से कुल सैतालिस शौचालय बनाये जाने के लिए ग्राम पंचायत पटना को प्राप्त हुये थे। उसमें से मात्र बाइस शौचालयों का ही निर्माण हुआ है। इस योजना में बनने वाले चैबीस शौचालयों का निर्माण नहीं हुआ है। वहीं एक शौचालय टूट जाने कि आख्या खंड विकास अधिकारी सकरन के द्वारा प्रभारी अधिकारी तहसील समाधान दिवस लहरपुर को 29 दिसम्बर 2020 को प्रेषित कि गई है। अब सवाल यह उठता है कि उक्त दोनों योजनाओं को जोडक़र यदि देखा जाये तो कुल एक सौ तीस शौचालय ही ग्राम पंचायत पटना को जांच अधिकारी के अनुसार पूरे अभियान के दौरान प्राप्त हुये है। उसमें से साठ शौचालय नहीं बनाये गए तो भी लगभग सात लाख से अधिक धनराशि जिम्मेदारों ने डकार ली। वहीं ग्रामीणों कि यदि बात को सच मान लिया जाये तो ग्राम पंचायत पटना को चार सौ शौचालय प्राप्त हुये और दो सौ सत्ताईस बनाये गए बाकी एक सौ तिहात्तर का धन जिम्मेदारों ने बंदरबांट कर लिया।