उत्तराखण्ड

मां की डांट से नाराज होकर हरिद्वार आए बालक को परिजनों से मिलाया 

हरिद्वार

मां के डांटने पर नाराज होकर बदांयू से हरिद्वार आए बालक को पुलिस ने परिजनों से मिलवाया। पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस को सुभाषघाट पर दो 10 व 11 वर्ष के बालक लावारिस अवस्था में घूमते  मिले। पुलिस के पूछताछ करने पर बच्चों ने बताया कि माँ के डांटने पर नाराज होकर वे परिजनों को बिना बताए हरिद्वार चले आए हैं। पुलिस ने बच्चों की काउंसलिंग की गई तो उन्होंने अपना नाम पता सूरज पुत्र गजेंद्र निवासी ग्राम सेमर जिला बदायूं उ.प्र. एवं वंश सैनी पुत्र दिनेश सैनी निवासी  लक्सर (नाम व पता काल्पनिक) बताया। पुलिस ने दोनों बच्चों को रेस्क्यू कर जलपान कराया गया तथा मेडिकल कराने के बाद उन्हें आश्रय के लिए बाल कल्याण समिति रोशनाबाद के सुपुर्द कर दिया। इसके बाद बाल कल्याण समिति रोशनाबाद के बालको को बालगृह रोशनाबाद में प्रवेश कराया । पुलिस ने बालक सूरज पुत्र गजेंद्र निवासी ग्राम सेमरी तहसील गुन्नौर थाना रजपुरा जिला बदायूं के संबंध में उत्तर प्रदेश पुलिस से जानकारी करने पर पता चला कि सूरज के पिता द्वारा थाना रजपुरा में उसकी गुमशुदगी दर्ज करायी गयी है। यूपी पुलिस के माध्यम से सूरज के पिता से गजेंद्र से बातचीत की गयी तो उन्होने बताया कि मां के डांटने से नाराज होकर सूरज 2 अप्रैल को घर से ही कहीं चला गया था। उसकी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में तलाश भी की गयी। लेकिन कुछ पता नहीं चलने पर परिजन निराश हो गए थे। पुलिस से सूरज के हरिद्वार में होने की जानकारी मिलने पर  उसके पिता, दोनों बड़े भाई एवं ग्राम प्रधान व अन्य परिजन बाल गृह हरिद्वार पहुंचे। जहां कानूनी कार्रवाई पूरी करने के बाद सूरज को उसके परिजनों को सौंप दिया। खोए बच्चे के सकुशल मिलने पर परिजनों ने पुलिस का धन्यवाद किया।