उत्तराखण्ड

शौचालय की रकम के लिए ग्रामीण काट रहा चक्कर

बागेश्वर

मनरेगा स्वजल मिशन मद से गांवों में विकास कार्य और शौचालय निर्माण के लिए मिलने वाली राशि के लिए गरीब लोगों को विभाग के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। शौचालय निर्माण के लिए मिलने वाली 12 हजार की रकम के लिए लाभार्थी ने आधी रकम कार्यालयों के चक्कर लगाने में खत्म कर दिए हैं। ग्रामीणों ने लाभार्थी को योजना का लाभ तत्काल देने की मांग की है। सरकार ने हर गांव को खुले में शौचमुक्त का नारा दिया है। इसके लिए मनरेगा के तहत हर लाभार्थी को शौचालय के लिए 12 हजार की सामग्री देने का प्रावधान किया है, लेकिन यह राशि की समाग्री लेना लाभार्थी के लिए टेड़ी खीर से कम नहीं है। बागेश्वर विकासखंड के बोहाला गांव के गोविंद राम अपने द्वारा बनाए गए शौचालय निर्माण की राशि लेने के लिए कार्यालय के चक्कर काटते-काटते परेशान हैं। उसने बताया कि एक सप्ताह से रोजाना कार्यालय के चक्कर काट रहा है, जबकि 12 हजार की राशि पाने के लिए अब तक चार हजार रुपये खर्च हो चुके हैं। उसने मुख्य विकास अधिकारी से शीघ्र शौचालय निर्माण मद में हुए खर्च का भुगतान करने की मांग की। मुख्य विकास अधिकारी संजय सिंह ने मामले में जांच कर गरीब व्यक्ति को चक्कर कटवाने वाले लापरवाह कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।