उत्तराखण्ड

रानीखेत विधायक ने सीएम से मिलकर उद्यान-कृषि विभाग के विलय को ठहराया अनुचित

अल्मोड़ा

रानीखेत के नवनिर्वाचित विधायक डॉ. प्रमोद नैनवाल ने उद्यान एवं कृषि विभाग के एकीकरण को कास्तकारों के अलावा दोनों विभागों के कार्मिकों के हितों की दिशा में भी अनुचित ठहराते हुए विलय का विरोध किया है। उन्होंने इस संबंध में मुख्यमंत्री से मुलाकात कर औद्यानिकी को बढ़ावा देने तथा चौबटिया, रानीखेत स्थित उद्यान निदेशालय की बेहतरी की बेहतरी की दिशा में कदम उठाते हुए अधिकारियों को मूल तैनाती स्थलों में बैठाने का आग्रह किया। इस आशय का ज्ञापन भी उन्होंने सीएम को सौंपा। देहरादून में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात कर विधायक डॉ. नैनवाल ने कहा कहा कि वर्तमान में उद्यान एवं कृषि विभाग के एकीकरण की कार्रवाई गतिमान है। अवगत कराया कि 1952 में अविभाजित उप्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री भारत रत्न पं. गोविंद बल्लभ पंत की दूरदर्शी व बहुआयामी सोच के चलते राज्य के पर्वतीय भूभाग में निवास करने वालों के जीवीकोपार्जन तथा उन्हें बागवानी के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से चौबटिया रानीखेत में उद्यान निदेशालय की स्थापना की गई थी। सीएम ने इस दिशा में सकारात्मक कार्रवाई का भरोसा दिलाया।