उत्तराखण्ड

प्रधानों ने कहा ग्राम पंचायतों के प्रस्ताव जिला योजना में करें शामिल

पिथौरागढ़। ग्राम प्रधान संगठन ने जिला योजना में ग्राम पंचायत की खुली बैठकों में विकास को लेकर पारित प्रस्ताव ही शामिल करने की मांग की। उन्होंने कहा कि लंबे समय से ग्राम पंचायतों की तरफ से भेजे जा रहे विकास के प्रस्ताव इस योजना में शामिल नहीं किए जा रहे हैं। जिससे वे आक्रोशित हैं। गुरुवार को ग्राम प्रधान संगठन के अध्यक्ष श्याम सुंदर सिंह सौन के नेतृत्व में प्रधान डीएम रीना जोशी से मिले। उन्होंने कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत नियमावली के अनुसार ग्राम पंचायत की खुली बैठकों में पारित प्रस्ताव को जिला योजना में शामिल करने की व्यवस्था है। इसके बावजूद जिले में ऐसा नहीं हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि लंबे समय से केवल राष्ट्रीय राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों की तरफ से भेजे गए प्रस्ताव ही इस योजना में शामिल किए जा रहे हैं, जबकि ग्राम पंचायत की खुली बैठक में गांव की जरुरत के आधार पर योजनाओं का प्रस्ताव तैयार किया जाता है। उन्होंने कहा कि यदि अब ग्राम पंचायतों के प्रस्तावों की अनदेखी की गई तो वे शांत नहीं बैठेंगे। उन्होंने कहा कि बिना उनकी संस्तुति से स्वीकृत योजनाओं का क्रियान्वयन भी नहीं होने दिया जाएगा।
ये रहे शामिल:  किशन सिंह धामी, देवरा सिंह रावत, जयश्री नितवाल, अनिता भट्ट, सरोज चंद, नवीन चन्द्र कापड़ी, विरेन्द्र कुमार, प्रियंका पाण्डे, मंजू बिष्ट, ममता बोरा, हरीश चन्द्र जोशी, रोशन वल्दिया,लीलाबंर जोशी, ललित कठायत, नीरज कुमार, महिपाल वल्दिया, नीलाबंर जोशी।