उत्तराखण्ड

सिंचाई विभाग और लोक निर्माण विभाग के कार्यों में कोई समानता नहीं:  पान सिंह बिष्ट 

हरिद्वार। सिंचाई खण्ड हरिद्वार के सहायक अभियंता पान सिंह बिष्ट ने बताया कि ग्रामीणों की मांग पर तत्कालीन एसडीएम के लिखित आदेश पर सिंचाई विभाग की ओर से ग्रामीणों की कृषि भूमि को कटाव से बचाने के लिए सितंबर माह में खुदाई का कार्य कराया गया था। वहीं लोक निर्माण विभाग की ओर से क्षतिग्रस्त दीवार का निर्माण कराया जा रहा है। दोनों कार्य में कोई समानता नहीं है। मंगलवार को अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान यह बात स्पष्ट हो गई है। मिली जानकारी के अनुसार लंढौरा स्थित रनसुरा जैरासी पुल के समीप सोलानी नदी के बहाव से ग्रामीणों की कृषि भूमि के कटाव को रोकने के लिए सिंचाई विभाग की ओर से खुदाई का कार्य कराया गया था। ताकि सोलानी नदी की धारा को मोड़कर कृषि की भूमि को बचाया जा सके। तत्कालीन एसडीएम हरिद्वार अंशुल कुमार के लिखित आदेशों के अनुपालन में सितंबर माह में सिंचाई विभाग के द्वारा अनुरक्षण मद के अंतर्गत यह कार्य कराया गया था। जिसका पीडब्ल्यूडी विभाग के कार्य से कोई सरोकार नहीं है। लोक निर्माण विभाग, रूड़की की ओर से इस कार्यस्थल के समीप ही लगभग 2०० मी की दूरी पर अलग कार्य अलग ठेकदारों से कराया जा रहा है। मंगलवार को संबंधित विभाग के अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान यह बात स्पष्ट हो चुकी है। इस दौरान ग्रामीण भी उपस्थित रहे।