जहां गांव की सड़क बंद है वहां घोडे-खच्चर से पहुंचाया जाए राशन
चमोली
जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने गुरूवार को वीसी के माध्यम से जिला खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने सभी पूर्ति निरीक्षकों को निर्देशित किया कि सड़क अवरूद्व होने के कारण जिन गांवों में राशन नही पहुंचा है, वहां पर घोडे-खच्चर के माध्यम से 04 अक्टूबर तक राशन पहुंचाना सुनिश्चित करें। कहा कि इसमें कोई लापरवाही न हो इसका ध्यान रखा जाए। घोड़े-खच्चर के ढुलान भाडे का पटवारी और ग्राम प्रधान से सत्यापन कराते हुए बिल उपलब्ध करें।
समीक्षा के दौरान पूर्ति निरीक्षकों से गोदामों की स्थिति, दुकानों का निरीक्षण और विभागीय योजनाओं के बारे में सटीक जानकारी न मिलने पर जिलाधिकारी ने पूर्ति निरीक्षकों को सख्त हिदायत दी कि अपनी कार्यप्रणाली में सुधार लाए और सक्रियता के साथ फील्ड में काम करना सुनिश्चित करें। उन्होंने पूर्ति निरीक्षकों को निर्देशित किया कि गांव की खुली बैठकों में प्रतिभाग करें। जिन लोगों के राशन कार्ड नहीं बने है, उनके राशन कार्ड बनाए जाए। फर्जी राशन कार्ड बंद करें। सप्ताह में कम से कम दो तीन सस्ता गल्ला दुकानों का निरीक्षण करते हुए रिपोर्ट दें। गैस आपूर्ति करने वाले वाहनों की नियमित चेकिंग करते हुए गैस सिलेंडर में घटतौली की शिकायतों को दूर करें। होटल एवं ढाबों में घरेलू सिलेंडर के उपयोग पर प्रभावी कार्रवाई की जाए। पेट्रोल पंपों का समय-समय पर निरीक्षण करें। जिलाधिकारी ने कहा कि पूर्ति निरीक्षक के स्तर की छोटी-छोटी शिकायत मिली तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान जिलाधिकारी ने पूर्ति निरीक्षकों से गोदामों की स्थिति, राशन वितरण और ऑनलाइन पोर्टल पर डाटा अपडेशन आदि कार्यों की समीक्षा की।
जिला पूर्ति अधिकारी ने बताया कि उत्तराखंड राज्य खाद्यान्न योजना के अंतर्गत जनपद में 37978 राशन कार्ड, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के 44790 और अन्त्योदय के 7182 राशन कार्ड है। जनपद में 16 आंतरिक गोदाम है। ग्राम आला, पेरी, कनोल, नैल, नौली, चोपता, खैनोली, कोठा, सिलोडी तथा वांक में सड़क मार्ग अवरूद्व होने के कारण सितंबर माह का राशन नही पहुंच पाया है। जिले में 22 पेट्रोल पंप और 14 गैस एंजेन्सी है। आपूर्ति विभाग द्वारा घटतौली, ओवर रेटिंग व रेट लिस्ट के संबंध में 300 निरीक्षण किए गए जिसमें 79 के विरुद्ध चालान कर नियमानुसार निस्तारण किया गया। बैठक में जिला पूर्ति अधिकारी जसवंत सिंह कंडारी सहित वर्चुअल माध्यम से सभी पूर्ति निरीक्षक मौजूद थे।