उत्तराखण्ड

केन्द्रीय कानून मंत्री ने किया बहुउद्देश्यीय विधिक शिविर का शुभारंभ

पिथौरागढ़। केन्द्रीय कानून मंत्री किरन रिजिजू ने बहुउद्देश्यीय विधिक शिविर का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने कानून के सरलीकरण पर जोर दिया। कहा कि कानून को सरल बनाकर ही सभी वर्ग के लोगों को त्वरित न्याय दिया जा सकता है। रविवार को यहां देव सिंह मैदान में बहुउद्देश्यीय विधिक,चिकित्सा,साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। केन्द्रीय कानून मंत्री किरन रिजिजू व सर्वोच्च एवं उच्च न्यायालय से आए न्यायाधीशों ने दीपक जलाकर शिविर का शुभारंभ किया। इस दौरान कानून मंत्री रिजिजू ने कहा विधिक सेवा प्राधिकरण पूरे देश में बेहतर काम कर रहे हैं। कहा कि उत्तराखण्ड के विधिक सेवा प्राधिकरण ने इस दुर्गम राज्य में लोगों को न्याय दिलाने में पूरे देश में सराहनीय काम किया है। कानून को सरलता की तरफ ले जाना है। जिससे लोगों को समझने में दिक्कत न हो, यह करना चाहिए। 75साल पहले जो कानून बने उसे बदलना होगा। लंबा लंबा कानून लिखने से काम नहीं चलेगा। कानूनी दांव पेंच में लोग न उलझें यह देखना होगा। 4करोड़ से अधिक मामले लंबित है। इसे किस तरह कम कर सकें यह देखना होगा। पैरा लीगल वॉलेंटियर इसमें बेहतर काम करते हैं। फ्री लीगल एड मिलना देश के नागरिक का अधिकार है। उसका पालन कराना सरकार की जिम्मेदारी है। इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ेंगे।सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश और राष्ट्रीय कानूनी सेवा प्राधिकरण (एनएएलएसए) के कार्यकारी अध्यक्ष न्यायमूर्ति उदय उमेश ललित ने कहा विधिक सेवा प्राधिकरण के 25वर्ष पूर्ण होने पर देश भर में शिविर किए जा रहे हैं। 42दिन में 22लाख से अधिक ग्रामीणों तक पहुंचे हैं। शिविर में इससे पूर्व सरस्वती वंदना से अभिनंदन किया गया। उत्तराखंड हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस राघवेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि न्याय केवल न्यायालय तक सीमित नहीं है। यह सूर्य की किरण की तरह सभी जगह प्रसारित होता है। कोरोना से अनाथ बच्चों, वनराजि जनजाति व दिव्यांगों के लिए विशेष कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।