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मजदूर जितनी बर्फ हटा रहे, उससे अधिक गिर जा रही नई बर्फ

रुद्रप्रयाग

केदारनाथ यात्रा के लिए अब महज 21 दिन का समय शेष बचा है और अभी पैदल मार्ग पर लिंचौली से केदारनाथ तक बेहतर ढंग से आवाजाही नहीं हो पा रही है। लगातार गिर रही बर्फ और खराब मौसम के कारण डीडीएमए के मजदूरों के कदम भैरव और कुबेर गदेरे से आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं। सोमवार भी दोपहर तक मजदूरों ने बर्फ हटाई किंतु जितनी बर्फ हटाई उससे अधिक बर्फ गिर गई है। केदारनाथ धाम से लेकर लिंचौली तक हर रोज बर्फबारी हो रही है। ऐसे में पैदल मार्ग को साफ करने में जुटे मजदूरों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। डीडीएमए ने दो बार लिंचौली से केदारनाथ तक पैदल मार्ग को बर्फ हटाकर आवाजाही के लिए तैयार कर लिया था किंतु लगातार बर्फबारी फिर पैदल मार्ग को बाधित कर रही है। लिंचौली से केदारनाथ तक घोड़े-खच्चरों की आवाजाही कर सामान पहुंचाना भी काफी कठिन हो रहा है। हालांकि जोखिमों के बीच किसी तरह आवश्यक सामग्री को ले जाने का प्रयास भी किया जा रहा है किंतु नियमित आवाजाही के लिए मार्ग खोलना डीडीएमए के लिए चुनौती बन गया है। केदारनाथ और छानी कैंप के आसपास अब भी डेढ़ से दो फीट बर्फ है। जबकि भैरव और कुबेर गदेरे में बर्फ के टीले जैसे बने हैं। जिनको हटाकर रास्ता बनाया जा रहा है। लोनिवि डीडीएमए के ईई प्रवीण कर्णवाल ने बताया कि अभी मौसम काम में लगातार दिक्कतें पेश कर रहा है। दो बार केदारनाथ तक रास्ता खोल दिया गया था किंतु फिर बर्फबारी के कारण मार्ग बंद हो रहा है। यदि मौसम बेहतर रहा तो 5 दिनों में रास्ता पूरी तरह आवाजाही के लिए तैयार कर दिया जाएगा।
केदारनाथ में बर्फबारी:  सोमवार को दोपहर बार जनपद के निचले इलाकों में बारिश हुई जबकि केदारनाथ सहित आसपास के क्षेत्रों में बर्फबारी हुई है। इससे केदारनाथ में मौसम और भी ठंडा हो गया है। वहीं बर्फ हटाने वाले मजदूरों को बर्फबारी के चलते सुरक्षित ठिकानों पर लौटना पड़ा। मुख्यालय सहित जनपद के अधिकांश इलाकों में बारिश हुई।