स्वायत्त सहकारिता की वार्षिक गतिविधियों की जानकारी दी
उत्तरकाशी
सिक्योर हिमालय परियोजना के अन्तर्गत गंगोत्री सिक्योर स्वायत सहकारिता भटवाड़ी की द्वितीय वार्षिक आम सभा हुई। जिसमें बोर्ड सदस्यों को गंगोत्री सिक्योर स्वायत सहकारिता की वार्षिक गतिविधियों की जानकारी दी। सिक्योर परियोजना के सहयोग से क्षेत्र के होमस्टे मालिकों को लाभांश वितरित करने पर भी चर्चा की गई। जिला सभागार में आयोजित बैठक में सेल्फ हेल्प संस्था के कोर्डिनेटर सत्या रावत ने बताया कि वर्तमान में लगभग 16 गांवों 184 सदस्य सहकारिता से जुड़े हैं। सहकारिता द्वारा विगत एक वर्ष में लगभग 8.55 लाख रुपये का लाभ हुआ, साथ ही सहकारिता द्वारा 194 लाभार्थियों को हेंडलूम हैंडीक्राफ्ट का प्रशिक्षण एवं 56 का रजिस्ट्रेशन किया गया है। रंगनाथ पाण्डेय, उप निदेशक गंगोत्री नेशनल पार्क ने सिक्योर हिमालय परियोजना के उदेश्यों के बारे में अवगत कराया। परियोजना का उद्देश्य उच्च श्रेणी के हिमालयी पारिस्थितिक तंत्र में उच्च हिमालयी जैव विविधता, लुप्त प्रजातियों को सुरक्षित रखना और अल्पाइन चरागाहों और जंगलों के स्थायी प्रबंधन को बढ़ावा देना तथा स्थानीय आजीविका और सामुदायिक सामाजिक आर्थिक लाभ सुनिश्चित करना है। यह परियोजना भारत के हिमालयी क्षेत्रों के चार राज्यों उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, लद्दाख, सिक्किम के उच्च हिमालयी श्रेणियों में क्रियान्वित की जा रही है। विधायक सुरेश चौहान ने परियोजना गतिविधियों कि प्रशंसा करते हुए कहा कि सहकारिता में सहभागिता होना बहुत आवश्यक है। कार्यक्रम में सिक्योर हिमालय परियोजना द्वारा 5 सोलर हीटर, 5 वाटर प्यूरिफायर, 10 मैटरिस, 5 सेनेटरी आइटम, 20 होमस्टे मालिकों को वितरित किए गए। कार्यक्रम में एडीएम तीर्थपाल सिंह, उप निदेशक गंगोत्री नेशनल पार्क रंगनाथ पांडेय, माधवेंद्र रावत, उमेद सिंह धाकड़, डॉ. जया पटेल, मनीष रावत थे।