हुंकार रैली का आयोजन किया
चमोली
पुरानी पेंशन योजना को फिर से लागू करने की मांग को लेकर सरकारी कर्मचारियों ने तहसील मुख्यालय पर हुंकार रैली का आयोजन किया। कर्मचारियों ने कहा कि यदि केंद्र और उत्तराखंड सरकार पुरानी पेंशन योजना को बहाल नहीं करती तो सरकारों को इसका खामियाजा आगामी चुनावों में भुगतना पड़ेगा। प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार रविवार को सुबह करीब दस बजे शिक्षक एवं अन्य कर्मचारी यहां एकत्र होना शुरू हुए। जिसके बाद करीब 11 बजे से राजनगर से रैली प्रारंभ हुई। ढोल दमाऊं के साथ के साथ शुरू हुई रैली बहुगुणानगर, प्रेमनगर, गांधीनगर, उमा देवी चौक, कर्ण मंदिर, पंचपुलिया, पेट्रोल पंप होते हुए मुख्य बाजार पहुंची। इस दौरान करीब एक किमी लंबी रैली होने के चलते जाम की स्थिति भी बनी। मुख्य बाजार में हुई सभा में वक्ताओं ने राजनेताओं और सरकारों को जमकर कोषा। वक्ताओं ने कहा कि विधायक, सांसद और मंत्री महज चंद सालों में ही पेंशन के हकदार हैं। लेकिन एक सरकारी कर्मचारी जो अपने परिवार को छोड़ जनता का काम रात दिन करता है। उसके लिए पेंशन नहीं है। वक्ताओं ने कहा कि केंद्र की मोदी और राज्य की धामी सरकार को पुरानी पेंशन योजना जल्द लागू करनी चाहिए। यदि कर्मचारियों की मांगों पर कार्रवाई नहीं होती तो महाभारत में पांच गांव मांगने का उदाहरण देते हुए विधानसभा और मुख्यमंत्री घेराव सहित उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।