उत्तराखंड पुलिस पेंशनर्स कल्याण समिति का प्रांतीय सम्मेलन एवं पीपीएस रिटायर ऑफिसर वेलफेयर एसो. का चतुर्थ वार्षिक सम्मेलन आयोजित
देहरादून
रेसकोर्स स्थित पुलिस लाइन सभागार में जी सी पाण्डे पूर्व पुलिस महानिदेशक की अध्यक्षता में उत्तराखंड पुलिस पेंशनर्स कल्याण समिति का प्रांतीय सम्मेलन एवं पीपीएस रिटायर ऑफिसर वेलफेयर एसोसिएशन का चतुर्थ वार्षिक सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सम्मेलन कार्यक्रम का शुभारंभ एक श्रद्धांजलि सभा से किया गया जिसके अंतर्गत केवलानंद वर्मा, सोहन सिंह ,विद्यादत्त, साहब सिंह, ए के शरण, महावीर सिंह को श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि पुलिस कल्याण के लिए समय-समय पर उचित कार्रवाई कराए जाने की कार्यवाही की गई है। उन्होंने कहा कि पुलिस लाइन में पुलिस आवास के निर्माण की कार्रवाई गतिमान है हंस फाउंडेशन के सहयोग से 10 करोड़ उपलब्ध होने पर नए भवनों का निर्माण कराया जाएगा और भवन जो डीआईजी कार्यालय के समीप नवनिर्मित है में पेंशनर्स एसोसिएशन के लिए दो कक्ष सुसज्जित करा लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि एक डेढ़ माह पश्चात उनका उद्घाटन कराया जाएगा जिसमें एक कंप्यूटर सहित एक पुलिस कर्मी तथा आवश्यकतानुसार सभागार के उपयोग हेतु निर्देशित किया गया है इस वर्ष पुलिस विभाग में एक अपर उप निरीक्षक का पद नया सुजित कराया गया है जिससे सारे पुलिसकर्मी अपर पुलिस उपनिरीक्षक पद से सेवानिवृत्त होंगे। इससे पूर्व जगदीश चंद्र आर्य पुलिस पेंशनर्स एसोसिएशन के सचिव द्वारा सभी उपस्थित अधिकारी एवं कर्मचारियों का स्वागत किया गया। इस अवसर पर उन्होंने अपने स्वागत भाषण में अवगत कराया कि 09 नवंबर 2000 को उत्तर प्रदेश से पृथक उत्तराखंड 27 वां राज्य बनने के पश्चात 05 मई 2006 को हमारी समिति का पंजीकरण हुआ है और प्रत्येक 5 वर्ष के अंतर्गत 2026 तक के लिए नवीनीकृत है एसोसिएशन द्वारा सेवानिवृत्त कर्मचारियों के कल्याण हेतु आईडी कार्ड बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि और यूपी से रिटायर्ड कर्मचारियों का यूपी के अधिकारियों से सहयोग कर उनके आईडी कार्ड बनवा कर वितरित किए जा रहे हैं जिसका फायदा 65 वर्ष की आयु के पश्चात उत्तराखंड परिवहन निगम की बस में निःशुल्क यात्रा सुलभ होती है तथा कई पेंशनर्स अशक्त होने के कारण एकाकी जीवन जी रहे हैं एसोसिएशन के संज्ञान में आने पर उनकी देखभाल व सहायता उपलब्ध कराई जा रही है । इस अवसर पर पत्रिका कि प्रकाशन में करने वाले अधिकारियों पर प्रकाश डाला गया व उन्हें सम्मानित करवाया गया।