उत्तराखण्डमुख्य समाचार

अपनी मांग को लेकर छात्र-छात्राओं का आंदोलन जारी

देहरादून

सिंचाई विभाग के कनिष्ठ अभियंता सिविल के 228 पदों को वर्तमान में जारी उत्तराखंड सम्मिलित राज्य कनिष्ठ अभियंता सेवा भर्ती परीक्षा 2021 को सम्मिलित कराये जाने की मांग को लेकर छात्र छात्राओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर धरना दिया और आंदोलन को तेज करने की चेतावनी दी। वहीं सुबह भारी पुलिस फोर्स के बीच पुलिस ने भी धरनारत व अनशनरत छात्र छात्राओं को जबरदस्ती वाहन में बैठाकर कर पुलिस लाईन ले गई और बाद में पुलिस ने उनके टेंट को गांधी पार्क के बाहर से हटा दिया गया। इस अवसर पर धरनारत छात्र छात्राओं ने कहा कि बार बार उनके हितों के साथ खिलवाड किया जा रहा है जिसे किसी भी दशा में सहन नहीं किया जायेगा। आज भी बडी संख्या में सिंचाई विभाग के कनिष्ठ अभियंता सिविल के 228 पदों को वर्तमान में जारी उत्तराखंड सम्मिलित राज्य कनिष्ठ अभियंता सेवा भर्ती परीक्षा 2021 को सम्मिलित कराये जाने की मांग को लेकर गांधी पार्क में इकटठा हुए और वहां पर नारेबाजी के बीच प्रदर्शन कर धरना दिया। इस अवसर पर छात्रों ने कहा कि राज्य कनिष्ठ अभियंता सेवा परीक्षा 2021 हेतु 20 सितम्बर 2021 को उत्तराखंड कार्मिक एवं सतर्कता अनुभाग दो विभाग द्वारा उक्त परीक्षा का अधियाचन उत्तराखंड लोक सेवा आयोग को प्रेषित किया गया था जिसमें क्रम संख्या दो में सिंचाई विभाग के 228 रिक्त पदों को भी सम्मिलित किया गया था। इस अवसर पर छात्रों ने कहा कि विज्ञापन उत्तराखंड लोक सेवा आयोग द्वारा 26 नवम्बर 21 को जारी किया गया था जिसमें सिंचाई विभाग के कनिष्ठ अभियंता सिविल के 228 पदों को विज्ञापन से एक दिन पूर्व हटा दिया गया जबकि कनिष्ठ अभियंता यांत्रिकी के 49 पदों को विज्ञापन में अन्य विभागों के सभी पदों के साथ विज्ञापित किया गया है। इस अवसर पर छात्र छात्राओं द्वारा मांग रखी गई है कि सिंचाई विभाग के कनिष्ठ अभियंता सिविल के 228 रिक्त पदों को वर्तमान में लोक सेवा आयोग द्वारा जारी भर्ती प्रक्रिया में में सम्मिलित करवाने को लेकर आदेशित किया जाये। इस अवसर पर सभी डिप्लोमाधारी छात्र छात्राओं द्वारा कहा गया कि जब तक उनकी मांगों का समाधान नहीं किया गया तो धरने को जारी रखा जायेगा और वहीं सुबह भारी पुलिस फोर्स के बीच पुलिस ने भी धरनारत व अनशनरत छात्र छात्राओं को जबरदस्ती वाहन में बैठाकर कर पुलिस लाईन ले गई और बाद में पुलिस ने उनके टेंट को गांधी पार्क के बाहर से हटा दिया गया। इस अवसर पर अनेकों छात्र छात्रायें शामिल रहे।