श्रीलंका के हालात पर यूनिसेफ ने जताई चिंता, कहा खाद्यान्न की कमी से कुपोषण की समस्या बढ़ी
न्यूयॉर्क
संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) ने कहा है कि गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहे श्रीलंका में प्रमुख खाद्य पदार्थ आम आदमी की पहुंच से बाहर हो गए हैं और स्थानीय लोगों में कुपोषण की समस्या बढ़ने लगी है। यूनिसेफ ने कहा कि गरीब लड़के और लड़कियों को इसका सबसे अधिक खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। दक्षिण एशिया के लिए यूनिसेफ के क्षेत्रीय निदेशक जॉर्ज लारिया-अडजेई ने कहा खाद्य असुरक्षा ने पहले से ही श्रीलंका को गंभीर समस्याओं की ओर धकेल दिया है।
उन्होंने कहा परिवारों को नियमित रूप से भोजन नहीं मिल पा रहा है, क्योंकि मुख्य खाद्य पदार्थ लोगों की पहुंच से बाहर हो गए हैं। बच्चे भूखे सो रहे हैं, वे समझ नहीं पा रहे हैं कि उनके लिए भोजन की व्यवस्था कहां से होगी। उन्होंने कहा बड़े पैमाने पर खाद्य असुरक्षा इस क्षेत्र में कुपोषण, गरीबी, बीमारी और मृत्यु को और बढ़ावा देगी। उन्होंने कहा कि श्रीलंका में गंभीर कुपोषण की समस्या पहले से ही है। उन्होंने कहा कि मौजूदा आर्थिक संकट ने श्रीलंका के सामाजिक बुनियादी ढांचे की कमियों को उजागर किया है।
गौरतलब है कि श्रीलंका गंभीर आर्थिक संकट की चपेट में है। इस संकट के कारण लाखों लोगों को भोजन, दवा, ईंधन और अन्य आवश्यक चीजें खरीदने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। गौरतलब है कि इस श्रीलंका में इस साल की शुरुआत से ही आर्थिक संकट चरम पर जा पहुंचा है। देशभर में सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन देखने को मिला। देश में जीवन चलाने के लिए आवश्यक सामान के दाम आसमान छूने लगे हैं।