उत्तराखण्ड

मंदिर संचालक के आरोपों को ग्रामीणों ने बताया बेबुनियादव

मंदिर संचालन समिति का गठन करने की मांग की

हरिद्वार

जगजीतपुर पीठ बाजार स्थित शिव मंदिर को लेकर चल रहे विवाद में मंदिर के संचालक द्वारा लगाए गए आरोपों को जगजीतपुर के ग्रामीणों ने निराधार व मनगढंत बताया है। मंदिर में बैठक करते हुए ग्रामीणों ने कहा कि मंदिर संचालक द्वारा लगाए गए आरोप पूरी तरह झूठे हैं। मंदिर के संचालन के लिए सभी की सहमति से समिति का गठन किया जाए। जगजीतपुर के पूर्व प्रधान श्याम सुन्दर आदित्य ने कहा कि जमीन कब्जाने के आरोप पूरी तरह गलत हैं। मंदिर संचालक द्वारा दिखाए जा रहे दस्तावेजों की भी जांच होनी चाहिए। श्याम सुन्दर आदित्य ने कहा कि मंदिर संचालक दुकानें बनाकर कब्जा करना चाहते हैं। जिसे ग्रामीणों ने रूकवा दिया। इसलिए संचालक द्वारा बेबुनियाद आरोप लगाए जा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मंदिर की आय का भी निजी उपयोग किया जा रहा है। सभी की सहमति से समिति का गठन कर मंदिर का संचालन किया जाएगा। ब्रजभूषण कौशिक ने कहा कि ग्रामवासियों के सहयोग से मंदिर का निर्माण किया गया था। जिसमें कुछ जमीन निरंजनी अखाड़े से ली गयी थी। उन्होंने कहा कि समिति बनाकर समिति को मंदिर के संचालन की जिम्मेदारी दी जाए। जिससे भविष्य में कोई विवाद उत्पन्न ना हो। हरपाल मौर्य ने कहा कि किसी को भी मंदिर की जमीन पर कब्जा नहीं करने दिया जाएगा। मंदिर के संचालन के लिए गांव के सभी वर्गो को सम्मिलित कर समिति का गठन किया जाएगा। मंदिर में स्थानीय व्यक्ति को पुजारी नियुक्त किया जाएगा। धर्मशाला का निर्माण भी किया जाएगा। जिससे लोगों को विवाह आदि आयोजन करने में सहूलियत होगी। आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को भी धर्मशाला बनने से लाभ होगा। इस दौरान निक्कुराम कश्यप, रामसिंह प्रजापति, जगपाल गिरी, मुन्ना कश्यप, अजय दास महाराज, देवीचंद प्रजापति, पवन कुमार, साहिल प्रजापति, संदीप धीमान, वेदप्रकाश, श्यामसुंदर, गुड्डी देवी, आशादेवी, गुड़िया प्रजापति, अरविन्द, नीरज प्रजापति, मुकेश कुमार आदि ग्रामीण मौजूद रहे। गौरतलब है कि बृहष्पतिवार को मंदिर संचालक ने जगजीतपुर के कुछ लोगों पर मंदिर की जमीन कब्जाने के आरोप लगाए थे।