अंधकार में दीपक के समान हैं गुरू-स्वामी ऋषि रामकृष्ण
हरिद्वार
निर्धन निकेतन आश्रम के अध्यक्ष स्वामी ऋषि रामकृष्ण महाराज ने कहा है कि गुरु का महत्व अंधकार में दीपक के समान है। जो खुद जलकर शिष्य के जीवन में उजाला लाते हैं। गुरु से प्राप्त शिक्षा और संस्कार जीवन को आसान बना देते हैं। भूपतवाला स्थित निर्धन निकेतन आश्रम में श्रद्धालु संगत को गुरु पूर्णिमा पर्व का महत्व बताते हुए स्वामी ऋषि रामकृष्ण महाराज ने कहा कि गुरु सच्चे पथ प्रदर्शक होते हैं और प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में गुरु का स्थान अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। मनुष्य के लिए भगवान से भी बढ़कर गुरु को माना गया है। क्योंकि भगवान हमें जीवन प्रदान करते हैं और गुरु हमें शिक्षा देकर जीवन को सही ढंग से जीना सिखाते हैं। जो गुरु के मार्ग दर्शन से चलता है। उसे जीवन में कभी कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़ता। स्वामी ऋषि रामकृष्ण महाराज ने कहा कि गुरु हमें शिक्षा के साथ-साथ संस्कारवान और आदर्शवान बनाते हैं। व्यक्ति को जीवन में कुछ करना है तो उसे हर चीज के बारे में महसूस करना होगा और यह कार्य सिर्फ गुरु ही कर सकते हैं। जो अपने शिष्य को प्रेम भाव के साथ समझा कर उन्हें अपने जीवन और भविष्य के लिए क्या उचित है और क्या नहीं इसका अनुभव कराते हैं। हमारे जीवन में हर परिस्थिति में गुरु की शिक्षा महत्वपूर्ण होती है। इसलिए गुरु के बताए मार्ग पर प्रत्येक व्यक्ति को अग्रसर रहना चाहिए।