उत्तराखण्ड

करसवल कांड को याद फूट-फूट कर रोने लगे संजय निषाद

पूर्व की अखिलेश सरकार पर बरसे

लखनऊ

योगी सरकार के मत्स्य पालन मंत्री संजय निषाद को विधान परिषद में फूट-फूटकर रोने लगे। करसवल कांड को याद कर संजय निषाद समाजवादी पार्टी (सपा) पर जमकर बरसे और अपना दर्द जाहिर कर रोने लगे। उन्होंने खुद पर फर्जी मुकदमा लगाने और प्रताड़ित करने का आरोप लगाकर कहा कि इसतरह के लोगों को देश में राजनीतिक करने का कोई हक नहीं है।
कसरवल कांड में पुलिस की गलती बताए जाने के कोर्ट के फैसले का हवाला देकर निषाद ने उनके खिलाफ लगाए गए मुकदमे को वापस लेने की मांग की। निषाद ने गोलकांड को याद कर कहा, श्श्7 जून 2015 को करसवल कांड, रेल केंद्र सरकार की होती है। मेरे लोग रेल को लेकर आवाज उठा रहे थे। सपा ने गोली मरवा दिया। एक मेरा भाई मारा गया और 302 (हत्या) का मुल्जिम हमें बना दिया। जेल में हमें तन्हाई में रखा गया था।श्श् यह कहते-कहते संजय निषाद का गला भर आया और रो कर उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद कहा।
निषाद ने कहा कि इसतरह के लोगों को देश में राजनीतिक का हक नहीं है। हमें सबसे बड़ा अपराधी घोषित किया। हम कैसे जिंदा हैं, मैं जानता हूं। मेरा साथ न्याय होना चाहिए, इन जातियों के साथ न्याय होना चाहिए। इन्होंने 2015 में फर्जी 302 का मुकदमा लगाया। कोर्ट ने मान लिया है कि गोली पुलिस की चली है। मैं चाहता हूं कि इसमें जांच हो। मेरा साथ मेरे सारे लोगों के मुकदमे वापस हो जाएं। मैं धन्यवाद दूंगा योगी जी को कि मेरी जान को बचाया है।श्श्
बता दें कि सरकारी नौकरी में निषादों को पांच फीसदी आरक्षण की मांग को लेकर संजय निषाद की पार्टी संतकबीर नगर जिले की सीमा पर कसरवल में आंदोलन कर रही थी। हजारों लोग रेलवे ट्रैक पर जमा था। इनकी अगुआई संजय निषाद कर रहे थे। दूसरी तरफ पुलिस और आरपीएफ की तैनाती थी। तभी भीड़ उग्र हो गई और पथराव शुरू हो गया। इस दौरान कई राउंड गोली चली। इसमें एक युवक की मौत हो गई, तब दो दर्जन से अधिक लोग घायल हुए।