उत्तराखण्ड

प्रकृति के संरक्षण से हो सकती है मानवता की रक्षा: संत भगत प्रकाश महाराज

हरिद्वार

श्री प्रेम प्रकाश आश्रम के परमाध्यक्ष संत भगत प्रकाश जी महाराज की प्रेरणा से एमएनए जयभारत सिंह, क्षेत्रीय पार्षद अनिरूद्ध भाटी, संतजनों की उपस्थिति में वृहद वृक्षारोपण व पौधारोपण किया गया। इस अवसर पर संत भगत प्रकाश जी महाराज ने कहा कि प्रकृति के संरक्षण से ही मानवता की रक्षा हो सकती है। वर्तमान में बढ़ता प्रदूषण संक्रामक बीमारियों का प्रमुख स्रोत बन गया है जिससे बचने का एकमात्र उपाय वृक्षारोपण ही है। एमएनए जयभारत सिंह ने कहा कि उत्तराखण्ड का लोक पर्व हरेला हमें प्रकृति से सामंजस्य स्थापित करने का संदेश देता है। पौधारोपण को हमें अपनी दिनचर्या में शामिल करना होगा। मात्र पर्व मनाने से नहीं अपितु धरातल पर अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए हमें अधिक से अधिक पौधारोपण करते हुए वृक्षों का संरक्षण करना चाहिए जिससे हम अपने बच्चों को स्वस्थ वातावरण प्रदान कर सके। भाजपा पार्षद दल के उपनेता अनिरूद्ध भाटी ने कहा कि निर्माण व विकास कार्यों के नाम पर वृक्षों के कटान से प्राकृतिक संपदा से परिपूर्ण उत्तराखण्ड भी प्रभावित हुआ है। प्रकृति से छेड़छाड़ का नतीजा हमें सूखा, अतिवृष्टि, बाढ़ व भूस्खलन के रूप में भुगतना पड़ता है। अत: हमें प्रकृति से जुड़ते हुए अधिक से अधिक वृक्ष लगाते हुए उनका संरक्षण करना चाहिए। जिस प्रकार श्री प्रेम प्रकाश आश्रम मण्डल ने यह पौधारोपण अभियान प्रारम्भ किया है उससे अन्य धार्मिक व सामाजिक संस्थाओं को भी प्रेरणा मिलेगी। पूर्व सभासद विमल दयानी व पार्षद विनित जौली ने कहा कि हरेला को एक पर्व के रूप में मनाने के साथ हमें प्रकृति के संरक्षण का संकल्प भी लेना होगा। तभी इस पर्व की सार्थकता है। जुलाई व अगस्त माह पौधारोपण के लिए सर्वश्रेष्ठ काल होता है। इस मौके पर अनेक वृक्षों व पौधों का रोपण किया गया। इस अवसर पर संत मनोहर लाल महाराज, संत रमेशलाल, अशोक जेठानी, पूर्व सभासद विमल दयानी, संत हिमांशु, संत ढालुराम, संत कमल, हरिदास रामजी, संत यश, संत लोकेश, नरेश कुमार, गोवर्धन दास, पार्षद विनित जौली, मिन्टू पंजवानी, व्यापार मण्डल के जिला उपाध्यक्ष विपिन शर्मा, दिव्यम यादव, सुखेन्द्र तोमर, रूपेश शर्मा, माधांता गिरि, सूर्यकान्त शर्मा, सोनू पंडित, सुनील सैनी आदि समेत अनेक गणमान्यजन व भक्तजन उपस्थित रहे।