उत्तराखण्ड

1857 की क्रांति के शहीदों को याद किया

रुड़की

सुनहरा के शहीद स्मारक स्थल ऐतिहासिक वट वृक्ष के नीचे हवन यज्ञ कर 10 मई 1857 के शहीदों की आत्मा की शांति की प्रार्थना की गयी। श्रद्धा सुमन अर्पित कर उनका स्मरण किया गया। इस मौके पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के उत्तराधिकारियों को भी सम्मानित किया गया। आर्य समाज नंद विहार की ओर से आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में मेयर गौरव गोयल ने कहा कि पांच सौ वर्षों से अधिक पुराना यह वटवृक्ष हमें उन ज्ञात-अज्ञात सैकड़ों क्रांतिकारियों की शौर्य गाथा की याद दिलाता है, जिन्होंने अंग्रेजी दमन के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की और देश को आजादी दिलाने के लिए हंसते-हंसते फांसी के फंदे पर झूल गए। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पूर्व मंत्री राम सिंह सैनी ने कहा कि आज हमें ऐसे स्वतंत्रता सेनानियों का स्मरण करते हुए गर्व महसूस होता है कि हम उन्हीं के बलिदान की खातिर आजाद देश में सांस ले रहे हैं। पिछड़ा वर्ग आयोग की अध्यक्ष डॉ.कल्पना सैनी,भाजपा जिला महामंत्री आदेश सैनी, भाजपा नेता संजय अरोड़ा, कांग्रेस नेता प्रो. डीपी सैनी, आर्य समाज उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष मान पाल सिंह राठी, श्याम सिंह नागयान आदि ने श्रद्धासुमन अर्पित कर कहा कि इन महान क्रांतिकारियों के जीवन से प्रेरणा लेकर हमें आज आगे बढ़ने की जरूरत है।