उत्तराखण्ड

नाराज लोगों ने किया तहसील घेराव  

रुड़की

दरगाहपुर में सरकारी जमीन पर डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा शुक्रवार रात पुलिस, प्रशासन की संयुक्त टीम ने हटा दी। इससे नाराज गांव के लोग शनिवार को तहसील में धरने पर बैठ गए। बाद में तहसीलदार और एसएसआई के साथ हुई वार्ता में प्रतिमा के लिए दूसरी जगह आवंटित करने के आश्वासन मिलने पर धरना खत्म किया गया। कोतवाली के दरगाहपुर गांव में सार्वजनिक बारातघर से सटी पंचायत की खाली भूमि पर तीन दिन पूर्व एक पक्ष के लोगों ने डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा रख दी। इससे दूसरे ने नाराजगी जताई। स्थानीय अभिसूचना इकाई ने प्रतिमा लगाने से आक्रोश फैलने की रिपोर्ट पुलिस, प्रशासन को भेजी थी। रिपोर्ट पर कार्रवाई करते हुए पुलिस व प्रशासन की संयुक्त टीम शुक्रवार रात मौके पर पहुंची और सरकारी जमीन पर रखी प्रतिमा को वहां से हटाकर अपने साथ ले गई। सुबह तड़के ही प्रतिमा लगाने वाले लोगों को इसका पता चला। इसके बाद गांव के सैकड़ों पुरुष और महिलाएं लक्सर पहुंचे और तहसील का घेराव कर हंगामा करने लगी। बाद मे उन्होंने तहसील परिसर में धरना शुरू कर दिया। उस समय एसडीएम तहसील पर मौजूद नहीं थे। धरने की सूचना पर तहसीलदार मुकेशचंद रमोला और कोतवाली के एसएसआई मनोज सिरोला तहसील पहुंचे और उनसे बात की। ग्रामीणों ने प्रतिमा को वापस उसी जमीन पर स्थापित करने की मांग रखी। तहसीलदार ने उन्हें भरोसा दिया कि गांव में पंचायत की ही दूसरी जमीन चिन्हित कर उसे आंबेडकर प्रतिमा के लिए नियमानुसार आवंटन कर वहां प्रतिमा की स्थापना कराई जाएगी। उनके इस आश्वासन पर लोग धरना समाप्त कर वापस लौट गए। इस मौके पर रणवीर, रिंकू वाल्मीकि, राहुल, अतुल कुमार, गोविंद, रमन, कुसुम, रेखा, कश्मीरी, आशो, सावित्री, संजीता, उषा, मंतलेश, स्वाति, राजवती, शिक्षा, रीता, रंजीता, सुशीला, शारदा, अनिता, बालेश, बेबी आदि मौजूद रहे।