सिविल अस्पताल में लाइन में लगने को लेकर फिर विवाद
रुड़की
सिविल अस्पताल में लाइन में लगने को लेकर फिर विवादसिविल अस्पताल में लाइन में लगने को लेकर फिर विवादसिविल अस्पताल में लाइन में लगने को लेकर फिर विवाद सिविल अस्पताल में मरीज बढ़ने के बाद ओपीडी पर्चा बनाने की लाइन से लेकर पैथोलॉजी लैब में विवाद की स्थिति बन रही है। शुक्रवार को फिर दोनों जगह विवाद हुआ। सिविल अस्पताल में कुछ दिनों से ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ी है। कई बार ओपीडी 400 के पार पहुंच रही है। शुक्रवार को करीब साढ़े ग्यारह बजे लाइन में लगने को लेकर विवाद हो गया। ओपीडी पर्चा बनाने के लिए लाइन में लगे लोगों का आरोप था कि कुछ लोग लाइन तोड़कर आगे जा रहे हैं। इसको लेकर उन्होंने विरोध जताया और शिकायत मौके पर मौजूद सुरक्षा कर्मियों से की। बाद में सुरक्षा कर्मी ने आकर आगे जाने वालों को कतार में लगने को कहा। जिसके बाद मामला शांत हुआ। वहीं, पैथोलॉजी लैब के बाहर भी कतार नहीं टूट रही है। सुबह साढ़े आठ बजे से ही लाइन लग जाती है। सुबह नौ से दोपहर बारह बजे तक जांच के लिए सैंपल लिए जाते हैं। इसके बाद सैंपलों की जांच होती है। भीड़ इतनी अधिक रहती है कि बारह बजे के बाद भी औसतन पंद्रह-बीस मरीज वहां खड़े रहते हैं। बारह बजे जैसे ही सैंपल लेने का काउंटर बंद किया गया तो कुछ मरीजों ने हंगामा शुरू कर दिया। उनका कहना था कि वह करीब एक से डेढ़ घंटे से लाइन में लगे हैं। अब सैंपल नहीं लिए जाएंगे तो उन्हें फिर आना पड़ेगा। इस दौरान सुरक्षा कर्मी ने लोगों को समझाने का प्रयास किया कि अब सैंपल नहीं लिए जा सकते। लेकिन गुस्साए लोग भड़क गए। इसके बाद कुछ लोगों के और सैंपल लिए गए। सीएमएस डॉ. संजय कंसल का कहना है कि सैंपल के लिए समय निर्धारित किया गया है। आवश्यकता होने पर उसके बाद भी सैंपल लिए जाते हैं। जिससे मरीजों को परेशानी न उठानी पड़े।