उत्तराखण्ड

हिजाब प्रकरण पर दून में प्रदर्शन

देहरादून

हिजाब प्रकरण को लेकर दून की महिलाओं में गुस्सा है। महिलाओं ने इस मुद्दे को सियासत के तहत उठाने और छात्राओं के उत्पीड़न का आरोप लगाया। कहा कि ऐसी सियासत करने एवं छात्राओं को परेशान करने वाले लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
मंगलवार को दून में पुराने बस स्टैंड से डीएम कार्यालय तक मुस्लिम समुदाय की महिलाओं एवं जिम्मेदार लोगों ने मार्च निकाला। वह अपने हाथों में हिजाब के समर्थन में तख्तियां लिए हुए थे। अगुवाई कर रही वरिष्ठ अधिवक्ता और आप की प्रदेश उपाध्यक्ष रजिया बेग, उक्रांद के वरिष्ठ नेता लताफत हुसैन ने कहा कि महिलाएं क्या पहनेगी क्या नहीं, यह उनकी मर्जी पर निर्भर करता है और लोकतंत्र ने उन्हें यह अधिकार दिया है। इसीलिए उनको हिजाब पहनने से नहीं रोका जा सकता। हिजाब इस्लाम की तहजीब का प्रतीक है। स्कूल-कॉलेजों में छात्राएं अपनी मर्जी से हिजाब पहनती आ रही है। अब सियासत के तहत इसे सांप्रदायिकता का रंग दिया जा रहा है। जो बेहद गलत और छात्राओं का उत्पीड़न है। ड्रेस कोड बनाते समय यह ख्याल रखा जाए कि प्रदेश मान्यता के सिद्धांतों का समावेश हो और देश की अखंडता एवं सामाजिक समरसता बनी रहे। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात है। इस दौरान रईस फातिमा, आतिफ अली, कासिफ, शबनम, मुसब्बीर अली, जमीला, रिहाना, आजम, शरीफ, शाहिन, अंजुम, जुबिना, मेहराज, तरन्नुम, हिना आदि मौजूद रहे।