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महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वालों के मन में भय पैदा किया जाए : धामी

हरिद्वार

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि अब समय आ गया है कि महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वालों के मन में भय पैदा किया जाए। धामी ने कहा कि हमारे प्रदेश के निर्माण में महिलाओं ने अपना विशेष योगदान दिया है। एक ओर जहां प्रदेश की मातृशक्ति ने पूरे समाज को विपरीत परिस्थितियों में जीना सिखाया, जूझना सिखाया, वहीं दूसरी ओर हर परिस्थिति में जीतना भी सिखाया। हम इस बात से इनकार नहीं कर सकते कि राष्ट्र निर्माण में महिलाएं, पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। धामी ने ये बातें नारी शक्ति महोत्सव में कहीं।
मुख्यमंत्री धामी ने सोमवार को हरिद्वार में नारी शक्ति महोत्सव में शिरकत की। महोत्सव में धामी ने 1168 करोड़ रुपये लागत की 158 विकास योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। जिसमें राज्य सरकार द्वारा शहरी क्षेत्र की सम्पूर्ण सीवरेज व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण को जर्मन बैंक की मदद से 523 करोड़ की स्वीकृत परियोजना का, ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्र में पेयजल व्यवस्था, पर्यटक स्थलों के विकास, पार्किंग व्यवस्था सहित अन्य कार्यों का शिलान्यास किया गया है।
धामी ने कहा कि हमारी सनातन संस्कृति में कहा गया है ‘नारी तू नारायणी, लेकिन कालांतर में आक्रांताओं के प्रभाव के कारण समाज का महिलाओं के प्रति दृष्टिकोण बदल गया, इसका परिणाम महिलाओं के साथ किए जाने वाले अपराधों के रूप में सामने आया। अब समय आ गया है कि महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वालों के मन में भय पैदा किया जाए।
धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हम निरंतर इस प्रयास में लगे हैं कि महिलाओं के जीवन स्तर को जितना अधिक हो सके उतना ऊपर उठाया जा सके। इसी प्रक्रिया के अंतर्गत हमारी सरकार ने सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 30 प्रतिशत आरक्षण देने के साथ ही ‘मुख्यमंत्री नारी सशक्तिकरण योजना, मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना, मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना, मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना और पोषण अभियान जैसी योजनाएं प्रारंभ की हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज जिन योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया गया है, वे हमारी मातृशक्ति के आशीर्वाद का ही प्रतिफल हैं। आप सभी के आशीर्वाद के कारण ही मैं प्रदेश के मुख्य सेवक के रूप में आपके चेहरों की मुस्कान को बनाये रखने के लिए भी प्रयासरत हूं। हम उस संस्कृति के साधक हैं, जहां पुरुष की परिकल्पना नारी के बिना पूर्ण नहीं मानी जाती, हमारे यहां जहां अर्धनारीश्वर की पूजा की जाती है, वहीं दूसरी ओर मां जगदंबा को इस सृष्टि का मूल माना जाता है। इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता कि किसी समाज या किसी राज्य की रीढ़, उसकी सशक्त महिलाएं ही हैं। यदि किसी राज्य की नारी शक्ति प्रगति कर रही है तो उस राज्य का विकास सुनिश्चित है, उसे कोई रोक नहीं सकता।
योजनाओं से इन क्षेत्रों को मिलेगा लाभ
इन योजनाओं से हरिपुरकलां, भूपतवाला, भीमगोड़ा, हरकी पैड़ी, मायापुर, कनखल, ऋषिकुल, ज्वालापुर, आवास विकास कॉलोनी, गोविन्दपुरी, जगजीतपुर सहित अन्य क्षेत्रों को सीवरेज सहित पेयजल, पार्किंग आदि की समस्या से निजात मिल सकेगी।