योगाभ्यास से शरीर में होता है ऊर्जा का संचार
हरिद्वार
सर्वदेशिक आर्यवीर दल उत्तराखंड की ओर से द आर्यन एकेडमी सराय रोड ज्वालापुर में आयोजित दस दिवसीय चरित्र निर्माण, यज्ञ प्रशिक्षण और मार्गदर्शन शिविर में शुक्रवार को प्रतिभागी 109 छात्रों को योगासन का अभ्यास और यज्ञ का प्रशिक्षण दिया गया है। बौद्धिक सत्र को संबोधित करते हुए डॉ. मुकेश कुमार ने कहा कि योगाभ्यास जीवन का अनिवार्य हिस्सा होना चाहिए। जीवन में प्रतिदिन योगाभ्यास से शरीर में ऊर्जा का संचार बना रहता है और बौद्धिक बल प्राप्त होता है। कृष्णा आर्य ने बताया कि यज्ञ भारतीय संस्कृति का प्राण तथा वैदिक धर्म का सार है। यज्ञ ही संसार में श्रेष्ठतम कर्म है और संसार का श्रेष्ठतम कर्म यज्ञ ही है। उन्होंने कहा कि यज्ञ को केवल भौतिक कर्मकांड न समझा जाएं अपितु इसको आध्यात्मिक रूप से समझकर इसका आध्यात्मिक अनुष्ठान आवश्यक है। डॉ. संदीप वेदालंकार ने कहा कि शारीरिक स्वस्थ्य के लिए प्रतिदिन आसन एवं प्राणायाम योग करना चाहिए। इस अवसर पर डॉ. संजील आर्य, विक्रम आर्य, रजत आर्य, अमन आर्य, हिमांशु आर्य, आनूप आर्य, शिवम उपाध्याय आदि मौजूद थे।