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धर्मनगरी में धूमधाम से मनाई गई परशुराम की जयंती

हरिद्वार

भगवान परशुराम जयंती शनिवार को धूमधाम से मनाई गई। जगह-जगह धार्मिक अनुष्ठान कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। भगवान परशुराम का गुणगान किया गया। ब्राह्माणों ने भगवान परशुराम का विधिवत पूजा अर्चन कर उनके कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर चर्चा की। भगवान परशुराम का जन्म वैशाख मास की शुक्ल तृतीया को हुआ था। इस दिन अक्षय तृतीया भी मनाई जाती है। अक्षय तृतीया के दिन जन्म लेने के कारण भगवान परशुराम की शक्ति की क्षति नहीं होती थी। जयंती पर ओम पुल के पास कार्यक्रम का आयोजन हुआ। भीमगोड़ा स्थित परशुराम वाटिका में मूर्ति पर माल्यार्पण कर शाम को सुंदरकांड का पाठ किया गया। जन्मोत्सव कार्यक्रम में विद्धान पंडितों द्वारा विधिवत पूजन हवन कार्यक्रम किया गया। वक्ताओं ने कहा कि परशुराम भगवान विष्णु के छठे अवतार थे। महर्षि वेदव्यास, राजा बलि, हनुमान, विभीषण, कृपाचार्य, ऋषि मार्कडेय सहित उन आठ अमर किरदारों में उनकी गिनती होती है, जिन्हें कलियुग तक अमर माना जाता है। भगवान परशुराम के बचपन का नाम राम भी माना जाता है। इनके बचपन में उन्हें राम कहकर बुलाते थे। इस दौरान पंडित गगनदीप दत्त गोस्वामी, आशीष गौड़, पंडित बालकृष्ण शास्त्री, स्वामी परम प्रणवानंद, धीरज पराशर, पंडित राकेश शर्मा, अनिल वशिष्ठ, विपिन शर्मा, पंडित कपिल शर्मा, उमाकांत ध्यानी, देवकीनंदन शर्मा, विवेक शर्मा राजा, विमल शर्मा, प्रशांत शर्मा आदि शामिल रहे।
व्यापारी नेता मनाया जन्मोत्सव
परशुराम पार्क पर धूमधाम से सुंदर कांड पाठ कर श्री परशुराम जन्मोत्सव मनाया गया। महानगर व्यापार मंडल जिलाध्यक्ष सुनील सेठी, विकास शर्मा, लक्ष्मी प्रसाद त्रिपाठी, मधुकांत गिरी, देव भूषण पांडे, दिनेश मिश्रा आदि मौजूद रहे।