काफिले पर फ़र्ज़ी हमला करा कर सुरक्षा प्राप्त करना तो लक्ष्य नही
देहरादून —
जेल यात्री पत्रकार उमेश को सरकारी सुरक्षा मुहैया कराने के मामले में एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया। कि उमेश को अप्रत्यक्ष रूप् से सुरक्षा मुहैया कराने के लिए उसकी धर्मपत्नी को दो सुरक्षा कर्मी दिये गये है। जो अक्सर उमेश के साथ रहते है। जबकि उमेश के स्ट्रीगं मामले में शिकायतकर्ता की सुरक्षा साजिशन हटा ली गयी है। ताकि मानसिक रूप से परेशान कर शिकायतकर्ता को उमेश की मदद करनी ही पडे। सूत्रो का कहना है कि दुर्भाग्य की बात है। कि उत्तराखण्ड जैसे राज्य में शिकायतकर्ता जिसकी जान को खतरा हो उसकी सुरक्षा हटाकर सरकार के साथ साजिश करने वाले ऐसे व्यक्ति जिसके विरूद्व दो दर्जन के करीब मामले दर्ज हो और उसकी पत्नी को दो गनर दिये जाते है जिनका इस्तेमाल खुद की हनक के लिए करता है। सरकारी गनरो की हनक इस कदर बैचेन कर रही है। कि बैचेनी को पूरा करने के लिए फर्जी विडियो चलाकर कुवर प्रणव सिंह को खुद का दुश्मन बताया जा सके और गनर प्राप्त किये जा सके जबकि कुवर प्रणव सिह के विरूद्व किसी की प्रोपर्टी कब्जाने किसी की हत्या करने या किसी बहन बेटी तरफ गलत नजर से देखने का मामला सज्ञान में नही है। राज परिवार की शानो शौक्त इनसे भी ज्यादा दूसरे राज परिवारो की है। उनकी हैसियत को उनका अपराध बताकर इसलिए कुंबर प्रणव सिंह से फर्जी लडाई दिखा रहा है। ताकि सरकारी गनर मिल सकें। सूत्रो के अनुसार स्पष्ठ हो चुका है कि उमेश सत्ता में सक्रिय अपने करीबी लोगो से उत्तराखण्ड के माननीय मुख्यमंत्री को व उत्तराखण्ड शासन को लगातार यह कहलवा रहा है। कि उसे चैम्पियन से खतरा है। हंसी तो इस बात पर आती है। जिनसे खतरा बता रहा है उन्ही के महल में अपनी कारे पार्क करता है। और चिल्लाकर फेसबुक पर कहता है। मै किसी से नही डरता उल्टे लढौरा में ही उगली तोडने की धमकी देता है। इसकी मंशा कोई बडा पंगा कराने की है। लेकिन खानपुर क्षेत्र की जनता कुवर प्रणव सिह के परिवार को पीढियो से जानती है। और वो बडी शान्ति और सद्भा्व से काम करने वाली है। हेलीपेड बनवाना ,बडी बडी गाडीयो में घुमने से प्रभावित होने वाली नही है। इसका हाल थोडे दिन में हाल धोबी के कुत्ते जैसा होने वाला है जो धर का ना घाट का है।