यूपी की तर्ज पर आवारा पशुओं के लिए नीति बने
रुड़की
प्रधान संगठन की बैठक में पशु संरक्षण की नीति बनाने पर यूपी सरकार की प्रशंसा की गई। साथ ही उत्तराखंड में भी ऐसी नीति लागू करने की मांग की गई। प्रधान संगठन के अध्यक्ष अनुज अग्रवाल की अध्यक्षता में बैठक हुई। प्रधानों ने कहा कि क्षेत्र में आवारा पशुओं की तादाद कई गुना बढ़ी है। ये पशु देहात में किसानों की फसल नष्ट कर रहे हैं। फसलों में खराब मौसम व प्राकृतिक आपदा से ज्यादा नुकसान इन पशुओं से हो रहा है। कहा नगरीय क्षेत्र में भी गली-मोहल्लों में या सड़कों पर लावारिस पशु घूमते रहते हैं। इनसे अक्सर दुर्घटनाएं हो रही हैं। इन दुर्घटनाओं में करोड़ों की संपत्ति भी नष्ट हो चुकी है। प्रधानों ने कहा कि यूपी की योगी सरकार ने ऐसे लावारिस पशुओं के संरक्षण के लिए नीति बनाई है, जिससे कि किसानों की फसल में नुकसान न हो सके। प्रधानों ने उत्तराखंड सरकार से यहां भी ऐसी ही नीति बनाकर लागू की जाए। बाद में इस मांग का ज्ञापन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भेजा गया। बैठक में सहदेव चौधरी, अर्जुन सैनी, वंदना शर्मा, दीपा सैनी, अनीता देवी, विकास सैनी, बिजेंद्र सिंह, जसविंद्र सिंह, पूजा गोयल प्रधान शामिल थे।