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कांग्रेस ने सरकार पर आमजन को महंगाई के बोझ तले दबाने का लगाया आरोप

देहरादून

उत्तराखंड में राज्य सरकार के घाटे के बजट को पूरा करने के लिए अब आमजन पर महंगाई की मार का चाबुक पड़ने लगा है। देहरादून महानगर कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष लालचंद शर्मा ने प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लेकर आमजन को महंगाई के बोझ तले दबाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सरकार की आर्थिक नीति पूरी तरह से फ्लॉप है। उन्होंने कहा कि घाटे का बजट सरकार ने पेश किया। उन्होंने कहा कि अब घाटा पूरा करने के लिए लोगों पर महंगाई का चाबुक चलाया जा रहा है। चाहे घर बनाने के लिए जमीन खरीदना हो, या फिर देहरादून से दिल्ली सफर करना हो। सभी में रेट बढ़ा दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि वहीं, अब बिजली और पानी के रेट बढ़ाने की भी तैयारी है। उन्होंने कहा कि ऐसे में जनता पर चौतरफा महंगाई का हमला होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हाथ पर हाथ धरे चुप नहीं रहेगी और जनता के साथ सड़क पर उतरेगी। इस अवसर पर लालचंद शर्मा ने एक बयान में कहा कि हाल ही में उत्तराखंड सरकार ने ग्रीष्मकालीन विधानसभा गैरसैंण भराड़ीसैंण में वर्ष 2023-24 का बजट पेश किया गया और इसे पारित किया गया। उन्होंने कहा कि सरकार ने पिछले साल की तुलना में 18 फीसद की वृद्धि के साथ 77407 करोड़ का बजट पेश किया। इसके लिए 24744.31 करोड़ रुपए सरकार अपने संसाधनों से जुटाएगी। उन्होंने कहा कि फिर सवाल उठता है कि बाकी 52663 करोड रुपए सरकार कहां से जुटाएगी। इसका उल्लेख बजट में स्पष्ट रूप से नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि या तो सरकार अपने बाकी कामों को पूरा करने के लिए बाजार से कर्ज ले कर के फिर उत्तराखंड को कर्ज में डूबाने का काम करेगी। अब तो साफ है कि बिजली, पानी सहित अन्य मदों से राजस्व बढ़ाकर कुछ घाटे को पाटने का काम किया जा रहा है। लालचंद शर्मा ने कहा कि पानी की आपूर्ति राजधानी देहरादून में ही लचर है। कई स्थानों पर गंदे पानी की आपूर्ति हो रही है। वहीं, कई स्थानों पर एक बूंद पानी तक नहीं आ रहा है। अब प्रदेश सरकार एक अप्रैल से उत्तराखंड में पीने का पानी भी नौ से 15 फीसदी तक महंगा करने जा रही है। इसका कड़ा विरोध किया जाएगा। इस अवसर पर लालचंद शर्मा ने कहा कि कागज और स्याही पर जीएसटी बढ़ने से बच्चों की शिक्षा का बजट भी बिगड़ चुका है। स्टेशनरी के रेट 20 फीसद तक बढ़ गए हैं। मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, नवीं कक्षा का बैग अब आठ हजार रुपये में तैयार हो रहा है, जबकि वर्ष 2014 में डेढ़ से दो हजार रुपये इसकी कीमत थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस लगातार महंगाई का विरोध करती रहेगी।