झारखंड में राजनीतिक हलचल तेज, सीएम ने बुलाई यूपीए विधायकों की बैठक
रांची
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनके छोटे भाई बसंत सोरेन के खिलाफ भारत निर्वाचन आयोग ने लोक जनप्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 9 के तहत चल रहे मामले में सुनवाई पूरी कर ली है। चुनाव आयोग की ओर से इस मामले में अब किसी भी दिन फैसला सुनाया जा सकता है और राज्यपाल को अनुशंसा भेजी का सकती है। इस बीच राजनीतिक सरगर्मी भी बढ़ गयी है।
चुनाव आयोग के फैसले के बाद उत्पन्न राजनीतिक परिस्थिति से निपटने के लिए हेमंत सरकार भी पूरी तरह से अलर्ट है। तेज राजनीतिक हलचल के बीच विधानसभा अध्यक्ष रबीन्द्रनाथ महतो और जेएमएम विधायक निरल पूर्ति ने कनाडा यात्रा को स्थगित कर दिया है। जबकि विपक्ष के विधायक डॉ. लंबोदर महतो राष्ट्रमंडल संघ की बैठक में शामिल होने के लिए कनाडा जाने के लिए रांची से रवाना हो चुके है।
इधर, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 20 अगस्त को रांची स्थित सीएम हाउस में सभी यूपीए विधायकों की बैठक में बुलायी है। जेएमएम के सचेतक और टुंडी विधायक मथुरा प्रसाद महतो ने कहा कि शनिवार को सीएम आवास पर पूर्वाह्न 11 बजे सभी यूपीए विधायकों को पहुंचने को कहा गया है। इस बैठक में जेएमएम और आरजेडी विधायकों को भी आमंत्रित किया गया है। दूसरी तरफ कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने बुधवार को ही रांची में हुई पार्टी विधायकों की बैठक में यह निर्देश दिया है िकवे अगले 24 अगस्त तक रांची में या आसपास ही रहे, झारखंड से बाहर नहीं जाए और बुलावे पर 4 घंटे के अंदर रांची पहुंच जाएं।
इस बीच गोड्डा के बीजेपी सांसद डॉ. निशिकांत दूबे ने कहा- झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस दिल्ली-रांची क्यों दौड़ रहा है रे भाई। हम बोले बरहेट, दुमका विधानसभा में उपचुनाव होगा, तो हमको कांके भेज रहे थे? अब तो विधानसभा अध्यक्ष को कनाडा जाने से रोक दिए? इस्तीफे विकल्प है, दैइए दीजिए।’’