पानी से जलेगा गैस चूल्हा
नई दिल्ली
चीन में निवास कर रहे, भारतीय राजेश पुरोहित ने पानी से चलने वाले चूल्हे का निर्माण किया है। इस चूल्हे की मदद से बेहद कम दामों में बिना किसी प्रदूषण के पारंपरिक विद्युत ताप विधि की तुलना में 5 गुना अधिक ताप देने वाला चूल्हा तैयार किया है।
राजेश पुरोहित के अनुसार उनका चूल्हा हाइड्रोजन एटीएम उत्पाद तथा इलेक्ट्रोलिसिस तकनीकी पर आधारित है। इसमें हाइड्रोजन और पानी के अणुओं को अलग कर ऊर्जा के रूप में उपयोग होता है।
इस चूल्हे को बनाने के लिए पुरोहित को लगभग 9 साल का समय लगा। जो चूल्हा उनने तैयार किया है। उसका अन्य कोई उत्पाद दुनिया के किसी भी बाजार में उपलब्ध नहीं है।
अक्षय ऊर्जा का यह एक सफल प्रयोग है। उल्लेखनीय है, अक्षय ऊर्जा वायुमंडल में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। इस ऊर्जा के उपयोग से पर्यावरण में कोई नुकसान नहीं है। अन्य ऊर्जा की तुलना में यह सबसे सस्ती ऊर्जा है। इको फ्रेंडली चूल्हा जल्द ही व्यवसायिक उत्पाद के रूप में बाजार में लाने के प्रयास किए जा रहे हैं।