उत्तराखण्ड

दो माह से वेतन न मिलने पर महिला स्वास्थ्य कर्मियों ने दिया धरना

रुद्रप्रयाग

दो माह से वेतन आहरण न होने को लेकर मातृ शिशु एवं परिवार कल्याण महिला कर्मचारी संघ ने सीएमओ कार्यालय में एक दिवसीय धरना दिया। महिला कर्मियों ने कहा कि यदि शीघ्र कोई कार्रवाई नहीं होती है, तो उन्हें उग्र आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ेगा। सोमवार को प्रान्तीय नेतृत्व के आह्वान पर जनपद की स्वास्थ्य महिला कार्यकर्ता सीएमओ कार्यालय पहुंची। जहां कार्यकर्ताओं ने वेतन आहरण एवं कोविड प्रोत्साहन भत्ता न मिलने को लेकर धरना प्रदर्शन कर नारेबाजी की। साथ ही उन्होंने एक दिवसीय धरना देकर विरोध जताया। महिला कर्मियों ने कहा कि स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को माह जून व जुलाई दो माह का वेतन नहीं दिया गया है जिससे उनके सामने परिवारिक व अन्य कार्य क्षेत्रों के खर्चो का वहन करने का संकट पैदा हो गया है। स्वास्थ्य कार्यकर्ता महिला रूटिन कार्य के साथ-साथ कोविड वैक्सीनेशन का कार्य भी कर रही है। जिससे लगभग तीन से चार सौ रूपए का व्यय प्रतिदिन हो रहा है। विगत दो माह से वेतन न मिलने से खर्चो का वहन कर पाना संभव नहीं है। उन्होंने विभाग एवं शासन-प्रशासन से शीघ्र वेतन एवं कोविड प्रोत्साहन भत्ता आहरण करने की मांग की है। कहा कि यदि शीघ्र वेतन आहरण नहीं होता है, तो उन्हें मजबूरन उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होना पडेगा। इस मौके पर जिलाध्यक्ष दीपा नेगी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष दीपिका पंवार, जिला मंत्री कमला भंडारी, सतेश्वरी रावत, उमा करांसी, शशिबाला, दर्शनी नेगी, नीता मेवाल सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे।