उत्तराखण्ड

संतों ने की अग्निपथ योजना का विरोध कर रहे युवाओं से शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन करने की अपील

सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का अधिकार किसी को नही: महंत जसविन्दर सिंह

हरिद्वार

सेना में भर्ती के लिए केंद्र सरकार द्वारा लागू की गई अग्निपथ योजना के खिलाफ देशभर में उग्र आंदोलन और सरकारी संपत्ति में आगजनी और तोड़फोड़ की श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के संतों ने निंदा की है। प्रैस को जारी बयान में श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के कोठारी महंत जसविंदर सिंह महाराज ने कहा कि लोकतंत्र में सभी को अपनी बात कहने का अधिकार है। लेकिन उग्र आंदोलन और सरकारी संपत्ति में तोड़फोड़ करने की आजादी किसी भी नागरिक को नहीं है। केंद्र सरकार द्वारा जारी किसी भी योजना को बिना समझे बिना जाने नौसिखियों की तरह ट्रेनों में आग लगाना, बसों में तोड़फोड़ करना और पुलिस के ऊपर पथराव करना बेहद ही निंदनीय है। ऐसे उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। साथ ही सभी राजनीतिक दलों को युवाओं से अपील करनी चाहिए कि वह इस तरह उग्र आंदोलन ना करें। शांति के साथ किसी भी मसले को सुलझाया जा सकता है।  देश की संपत्ति को नुकसान पहुंचाना आंदोलन नहीं अराजकता है। सुनियोजित तरीके से युवाओं को भड़काया जा रहा है। संत समाज युवाओं से अपील करता है कि वह अग्निपथ योजना के प्रति संवेदनशीलता बरतें और शांति बनाए रखें। शांतिपूर्ण तरीके से केंद्र सरकार तक अपनी बात पहुंचाएं। देश की संपत्ति को किसी प्रकार का नुकसान ना पहुंचाएं। इजराइल देश महिला हो अथवा पुरुष प्रत्येक व्यक्ति को 3 साल के लिए सेना में भर्ती कर सैन्य अभ्यास कराया जाता है। ताकि जरूरत पड़ने पर किसी भी युद्ध में उनकी सहायता ली जा सके। चारों और से दुश्मन देशों से घिरा इजरायल आज बेहद शक्तिशाली देश बन चुका है। देश के प्रधानमंत्री मोदी देश की सुरक्षा को लेकर तत्पर है और तीनों सेना प्रमुख भी इस योजना को युवाओं के भविष्य के लिए बेहतर बता रहे हैं। इसलिए युवाओं को सोच समझ कर ही कदम उठाना चाहिए। किसी के बहकावे मे ना आएं और अपने भविष्य के बारे में बेहतर निर्णय लें। महंत दर्शन सिंह शास्त्री व संत जरनैल सिंह, ने कहा कि देश के युवा अग्निपथ योजना के बारे में बारीकी से जानकारी लें। अग्निपथ योजना के तहत सेना में भर्ती होने वाले सभी युवाओं को सैनिकों की तरह ही मेडिकल भत्ता, इंश्योरेंस आदि लगभग सभी सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। इसलिए किसी भी राजनीतिक दल के बहकावे में ना आकर अपने भविष्य के प्रति सजग रहें और देश हित के लिए कार्य करें। देश की रक्षा करने के लिए किसी भी व्यक्ति को अगर सेना में भर्ती होने का मौका मिलता है तो उसे भारत माता के लिए अपने जीवन को अवश्य समर्पित करना चाहिए। यह सभी युवाओं के लिए गर्व का विषय है। इस अवसर पर महंत दर्शन सिंह शास्त्री, संत जरनैल सिंह, संत वीरेंद्र सिंह, महंत गुरूप्रीत सिंह, महंत खेमसिंह, महंत रंजय सिंह, संत सुखमन सिंह, संत तलविंदर सिंह, संत जसकरण सिंह, महंत निर्भय सिंह, संत हरजोध सिंह, समाजसेवी देवेंद्र सिंह सोढ़ी, बीबी विनिंदर कौर सोढ़ी, समाजसेवी अतुल शर्मा उपस्थित रहे।