उत्तराखण्ड

कोट मल्ला अनुसूचित जाति बस्ती ने लगाई सीएम से विस्थापन की गुहार

रुद्रप्रयाग

रानीगढ़ पट्टी के ग्राम कोट मल्ला अनुसूचित जाति बस्ती के लोगों ने मुख्यमंत्री से गांव के विस्थापन की मांग की है। कहा कि बीते वर्ष 24 अगस्त 2020 को भारी बारिश के चलते बस्ती के नीचे भूस्खलन हुआ है जो अब भी नियमित जारी है। भारी बारिश होने पर यहां जान माल के साथ ही भारी नुकसान का खतरा बना है। उन्होंने गांव में उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। मुख्यमंत्री को दिए ज्ञापन में समाजसेवी बिंदी लाल शाह ने कहा कि बस्ती के नीचे भूस्खलन होने से ग्रामीणों के आवासीय भवन को खतरा पैदा हो गया है। कारण सैण तोक नाम से प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के तहत बस्ती के ठीक नीचे से खरकोटा नैल मोला तक मोटर मार्ग का निर्माण जारी है, जिससे निर्माण कार्य के चलते बस्ती की जनता को सुविधा के बजाय जान माल का खतरा पैदा हो गया है। उन्होंने कहा कि इस ज्वलंत समस्या के समाधान के लिए बस्ती के ग्रामीणों का एक शिष्टमंडल जिलाधिकारी से मिला। जिलाधिकारी को भी ज्ञापन दिया गया है। कहा गया कि उक्त मोटर मार्ग के निर्माण होने से ग्रामीणों की कृषि भूमि नष्ट हो गई। जबकि बची भूमि भी आपदा की भेंट चढ़ रही है। बिन्दी लाल शाह ने कहा कि उनका बना शौचालय एवं स्नानागार भी जमीदोस्त हो चुका है। बीते वर्षो विकास खंड द्वारा बस्ती में एकल पेयजल पाइप लाइन बनाई गई किंतु वह भी ध्वस्त हो गई है जिससे बस्ती के ग्रामीणों को पानी पीने का संकट बना है। इसके नुकसान का आज तक किसी प्रकार का मुआवजा नहीं दिया गया। साथ ही न तो पेयजल टैंक का निर्माण किया गया। उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा कि पीडिय़ों से गांव में रहने वाले लोगों को अब विस्थान के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि बस्ती में उच्च स्तरीय जांच की जानी चाहिए। मुख्यमंत्री को दिए पत्र में ग्राम प्रधान सुमन देवी के भी हस्ताक्षर हैं।