उत्तराखण्ड

मत्स्य के क्षेत्र में बताएं रोजगार के अवसर: रेखा आर्य

रुडकी

राष्ट्रीय मत्स्य दिवस के अवसर पर कृषि उत्पादन मंडी परिसर में बने मत्स्य बाजार परिसर में गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी को मत्स्य एवं पशुपालन विभाग की मंत्री रेखा आर्य ने किसानों को मत्स्य के क्षेत्र में रोजगार के अवसर के बारे में बताया। साथ ही मत्स्य पालकों को उपकरण भी वितरित किए गए। शनिवार को राष्ट्रीय मत्स्य पालक दिवस के अवसर पर स्थानीय कृषि उत्पादन मंडी परिसर स्थित मत्स्य बाजार में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में विभागीय मंत्री रेखा आर्य ने प्रतिभाग किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 में जब प्रदेश में भाजपा सरकार का गठन हुआ था उस समय मत्स्य पालकों की संख्या मात्र तीन हजार थी। जबकि आज उनकी संख्या 20 हजार से अधिक है। उन्होंने कहा कि मत्स्य के क्षेत्र में रोजगार के कई अवसर हैं। किसानों की आय दोगुनी करने का जो वादा सरकार द्वारा किया गया था उसे पूरा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब एक वर्ग विशेष ही नहीं बल्कि विभिन्न समुदायों से जुड़े लोग मत्स्य पालन से जुडक़र रोजगार पा रहे हैं। आने वाले समय में और अधिक लोगों को मत्स्य विभाग से रोजगार उपलब्ध होगा। मंगलौर में बने आधुनिक बाजार से क्षेत्र के मदद से पलकों को लाभ मिलेगा पहले उन्हें मछली बेचने के लिए दूरदराज जाना पड़ता था लेकिन अब यही पर उन्हें बेहतर दामों में मछली बेचने के अवसर मिलेंगे। साथ ही उनको विभिन्न प्रकार की सुविधाएं भी सरकार की ओर से उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि मत्स्य पालन के लिए तालाब बनाए जाते हैं इससे दो लाभ मिलते हैं एक रोजगार मिलता है दूसरा भूजल का स्तर बेहतर बना रहता है और जल संचय होता है। इस अवसर पर विभागीय मंत्री द्वारा मत्स्य पालकों को उपकरण भी उपलब्ध कराए। कार्यक्रम में मंडी परिषद अध्यक्ष डॉ. मधु सिंह, वैजयंती माला, नेपाल सिंह कश्यप, मत्स्य विभाग के निदेशक एचके पुरोहित, अमित कुमार निगम, रितेश मीणा, जयश्री, अल्पना हलदिया, अमित पैन्यूली, कपिल कुमार, राजपाल सिंह, संजय कुमार, ओमपाल सिंह, राजेश कुमार आदि मौजूद रहे।