उत्तराखण्ड

धूमधाम से निकली रामायण शोभायात्रा का ग्रामीणों ने किया स्वागत

हरिद्वार

कोविड 19 आउटसोर्सिंग कर्मचारियों ने ज्वालापुर विधायक रवि बहादुर को ज्ञापन सौंपकर समस्याओं से अवगत कराया। अध्यक्ष सोनम गोसाईं ने बताया कि समस्त कर्मचारियों द्वारा सीएमओ कार्यालय के बाहर धरना दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में चिकित्सा विभाग में आउटसोर्स कर्मचारियों की सेवा ली गई थी। जिनकी सेवा 31 मार्च 2022 को समाप्त कर दी गई। कर्मचारियों द्वारा कोरोना की प्रथम, द्वितीय और तृतीय लहर में लैब टेक्नीशि्ायन, स्टाफ नर्स, डीईओ, वार्ड बॉय, आया, एमपीडब्ल्यू आदि पदो पर कार्य किया। जब कोई भी घर से बाहर नहीं निकल रहा था। उस दौरान दस हजार रुपए प्रोत्साहन राशि व अन्य सुविधाएं देने का वादा किया गया था। जोकि कुछ महीनों का लंबित भी है। अब सरकार द्वारा सेवाए समाप्त कर समस्त कर्मचारियों को बेरोजगार कर दिया गया। जिसके कारण कर्मचारियों को मानसिक व आर्थिक संकट झेलना पड़ रहा है।  जिस प्रकार हिमाचल प्रदेश और पंजाब की सरकार द्वारा 11 महीने का सेवा विस्तार किया गया। उसी प्रकार से उत्तराखंड में भी आउटसोर्स कर्मचारियों को स्वास्थ्य व अन्य विभागों में समायोजित किया जाए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय द्वारा नई भर्तियां की जा रही हैं। जो कि आउटसोर्स के माध्यम से हो रही हैं। जबकि कोरोना कर्मचारियों को समायोजित होने का आश्वासन दिया गया था। इस भर्ती प्रक्रिया को निरस्त किया जाए। विधायक रवि बहादुर ने कहा कि वे कर्मचारियों के साथ हैं और इस मुद्दे को शासन प्रशासन और सरकार के समक्ष उठाया जाएगा। किसी के भी साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। एक तरफ सरकार कोरोना योद्धाओं का सम्मान करती है और वहीं उन्हे बेरोजगार भी किया जा रहा है। इस अवसर पर राहुल कुमार, शहजाद, प्रियंका नेगी, राकेश रमोला, मेन कुमार, प्रिंसी, सलोनी गोसाई, शीतल, रवि सैनी, पूनम, कृष्णा, रजिया, विजय पंत, ईशु सैनी, पियूष पंत, शीतल, अंजली गुप्ता, ट्विंकल शर्मा, निधि, सुमन, सोनिया, सुनील, रोहित चमोली, अभिनव, शोएब अली आदि उपस्थित थे।