संस्कृति को जीवित रखने का काम करती है मातृभाषा
रुड़की। केंद्रीय विद्यालय-एक में हिंदी पखवाड़ा समारोह का शुभारंभ विद्यालय के प्राचार्य चन्द्रशेखर बिष्ट ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। हिंदी पखवाड़े के अंतर्गत विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिए इस भाषा से सम्बंधित विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जायेगा। विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए प्राचार्य ने कहा कि व्याकरण तथा उच्चारण किसी भी भाषा के महत्वपूर्ण पहलू होते हैं। अगर हम सही उच्चारण के साथ बोलेंगे तभी उसको सही लिख भी पाएंगे। हिंदी भाषा की उत्पत्ति, विकास एवं महत्व के बारे में विस्तार से समझाते हुए ये बताया कि किसी भी देश की सभ्यता एवं संस्कृति को जीवित रखने का काम मातृभाषा करती है।