महिलाएं बोलीं, वापस करो हमारे भूमिधरी अधिकार
काशीपुर। 20 गांव की 5838 एकड़ भूमि के भूमिधरी अधिकारों को लेकर तहसील परिसर में चल रहे आंदोलन के 39वें दिन शुक्रवार को महिला पंचायत का आयोजन किया गया। इसमें महिलाओं ने सरकार का चेताते हुए भूमिधरी अधिकार वापस करने की मांग की। महिला वक्ताओं ने कहा कि हजारों परिवार सरकार के इस तुगलकी फरमान से बर्बादी के कगार पर पहुंच चुके हैं और सरकार ने अभी तक हमारे वाजिब अधिकार वापस नहीं किए हैं। इससे लोग मानसिक पीड़ा से गुजर रहे हैं। बेटे-बेटियों की शादियां प्रभावित हो रही हैं। बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। वहीं लोग अपना घर भी नहीं बनवा पा रहे हैं। ऐसी स्थिति में सरकार के साथ दो-दो हाथ करने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचता है। चेतावनी दी कि तहसील में बैठे-बैठे 39 दिन दिन हो गए हैं। सरकार ने अगर अपने वादे के मुताबिक हमारे भूमिधरी अधिकार वापस नहीं किए तो मातृशक्ति सड़कों पर बैठने को मजबूर होगी। जब तक हम अपनी जमीनों के अधिकार वापस नहीं ले लेते, तब तक हम चैन से नहीं बैठेंगे और न ही सरकार को चैन से बैठने देंगे। पंचायत को महिला मंच की नेत्री ललिता रावत, सुनीता बाजवा, किशोरी देवी, अगमदीप कौर, राजविंदर कौर, माया देवी, संदीप कौर, राजदीप कौर आदि ने संबोधित किया। भूमि बचाओ मुहिम के संयोजक जगतार सिंह बाजवा व रजनीत सिंह सोनू ने मातृ शक्ति का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता माता गुरदीप कौर व संचालन ने जनकवि बल्ली सिंह चीमा व सनी निजर ने किया।
ये रहे मौजूद: कर्म सिंह पड्डा, हरमिंदर सिंह बराड़, दर्शन लाल गोयल, सतनाम सिंह रंधावा, अजीत प्रताप सिंह रंधावा, बिजेंदर डोगरा, प्रताप संधू, राजेंद्र सिंह बेदी, पिंकू राणा, राजू सिंगल, बब्बू गोयल, विकास गोयल, मनोज गुप्ता, रेखा सिंह, मनजीत कौर, हीरा देवी, मीना बरसेलिया, संदीप कौर, सुखविंदर कौर, सुखजीत कौर, कमलजीत कौर, सुखवंत कौर, परमजीत कौर समेत कई महिलाएं व पुरुष मौजूद रहे।