विधायक ने ग्वालदम कर्णप्रयाग मोटर मार्ग पर नारायणबगड भूस्खलन क्षेत्र का स्थाई समाधान हेतु विभागीय अधिकारियों को दिए निर्देश
चमोली। ग्वालदम -कर्णप्रयाग राष्ट्रीय राज मार्ग पर नारायणबगड़ मुख्य बाजार के मध्य व केवर तल्ला गावँ के नीचे भूस्खलन क्षेत्र का थराली विधायक भूपाल राम टम्टा, बीआरओ के कामांडिंग ऑफिसर ई.ई. दिब्य प्रकाश व सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता राजकुमार चौधरी द्वारा स्थलीय निरीक्षण किया गया, जिसमें भू धसाव क्षेत्र के स्थाई ट्रीटमेंट पर व्यापारियों के साथ चर्चा करते हुए तुरंत कार्य आरंभ किए जाने का आश्वासन दिया गया।
2013 की आपदा से नारायण बगड़ में पिंडर नदी तट पर मुख्य बाजार के नीचे हुए भारी भू कटाव के कारण संपूर्ण नारायण बगड़ बाजार सहित आवासीय मकान इसकी जद में आ गये थे व केवर केवर तल्ला गाँव के नीचे व मुख्य बाजार के मध्य क्षेत्र में लगातार भू धसाव से दुकानों मकानों सहित राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध हो गया था। व्यापार मंडल अध्यक्ष जयवीर कंडारी और भाजपा महामंत्री दिलीप नेगी द्वारा संपूर्ण भू धसाव क्षेत्र में स्थाई ट्रीटमंट किए जाने को लेकर बीआरओ और सिंचाई विभाग से लगातार माँग कि गई ताकि इस क्षेत्र में दुकानें और भवनों को नुकसान ना पहुंचे इस संबंध में आज सोमवार को क्षेत्रीय विधायक भूपाल राम टम्टा, बीआरओ के कमान कमान अधिकारी तथा सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता की उपस्थिति में स्थानीय व्यापारियों और नगर के संभ्रांत व्यक्तियों के साथ एक बैठक आयोजित कर इस क्षेत्र में लगातार हो रहे बदलाव के स्थाई समाधान पर चर्चा की गई जिसमें व्यापार मंडल अध्यक्ष जयवीर कंडारी ने स्थानीय व्यापारियों द्वारा आग्रह किया गया कि सिंचाई विभाग और बीआरओ द्वारा कार्य करते हुए इसका स्थाई रूप से समाधान किया जाए उनके द्वारा व्यापारियों के साथ स्थलीय निरीक्षण किया गया ।इस मौके पर थराली मंडल अध्यक्ष नंदू बहगुणा प्रधान मृत्युंजय परिहार, भरत नेगी, दिनेश नेगी, धीरेंद्र नेगी, रघुवीर सिंह ,रणजीत रावत ,दिनेश पाल सहित दर्जनों व्यापारी उपस्थित थे
इस बाबद क्षेत्रीय विधायक भूपाल राम टम्टा ने कहा कि उनके द्वारा सिचाई विभाग और बीआरओ के उच्च अधिकारियों को नाराराय बगड़ मे पिण्डर नदी तट पर भूधसाव वाले क्षेत्र मे स्थाई समाधान हेतु गुणवत्तापूर्ण कार्य करने के लिये अवगत कराया गया है।
इस सम्बंध मे बीआरओ के कमान अधिकारी ई. ई दिव्य प्रकाश ने किस तरह से कार्य होना है विस्तार से बताया और सिचाई विभाग के
अधिशासी अभियंता राजकुमार चौधरी ने कहा कि उक्त भू धसाव वाले क्षेत्र में 0 से 140मी कार्य सिचाई विभाग द्वारा किया जाएगा तथा शेष कार्य बीआरओ के माध्यम से पूर्ण होगा।वहीं डिजाइनिंग और मोनेटरिंग का कार्य दोनों संस्थानों द्वारा किया जाएगा।