प्रदेश में शराब सस्ती किये जाने के फैसले का कांग्रेस ने किया कड़़ा विरोध
देवभूमि के बेरोजगार नौजवानों को नशे में डुबोना चाहती है सरकारः करन माहरा
देहरादून,
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा ने उत्तराखण्ड सरकार के मंत्रिमण्डल की बैठक में प्रदेश में शराब सस्ती किये जाने के फैसले का कड़़ा विरोध किया है। इस अवसर पर प्रदेश मंत्रिमण्डल के निर्णय पर एक बयान जारी करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि एक ओर भाजपा सरकार आम जरूरत की चीजों बिजली, पानी, सीवर, पठन-पाठन सामग्री कापी, किताब, पेन, पेंसिल, रबर, रसोई गैस सिलेण्डर, परिवाहन निगम की बसों के किराये की दरों में भारी वृद्धि कर आम जनता का शोषण कर रही है और वहीं शराब को बढ़ावा देकर देवभूमि उत्तराखण्ड को शराब प्रदेश बनाकर यहां के बेरोजगार नौजवानों को नशे में डुबोने तथा लोगों के स्वास्थ्य से भी खिलवाड़ करना चाहती है, वहीं दूसरी तरफ देवभूमि उत्तराखण्ड की संस्कृति को कलंकित करते हुए शराब माफिया के दबाव में शराब के दामों में कटौती कर देवभूमि को शराब प्रदेश बनाने का षड़यंत्र किया जा रहा है जिसका कांग्रेस पार्टी पुरजोर विरोध करती है। उन्होंने कहा कि राज्य में भिटोली का महीना चल रहा है तथा खाद्य पदार्थों के दामों में कमी करने की बजाय भाजपा की राज्य सरकार द्वारा पानी के दामों में 15 प्रतिशत, बिजली के दामों में 12 प्रतिशत, पठन सामग्री पर 20 प्रतिशत बढ़ोत्तरी कर प्रदेश की बहनों को तोहफा दिया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की आबकारी नीति से साबित हो गया है कि उसे उत्तराखण्ड की महिलाओं के सम्मान की कोई चिंता नही है। उन्होंने कहा कि शराब सस्ती होने से न केवल प्रदेश में नशे का कारोबार बढ़ेगा बल्कि देश में राज्य की देवभूमि वाली छबि पर भी विपरीत प्रभाव पड़ेगा। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार की उपेक्षापूर्ण नीतियों के कारण गरीब व आम आदमी पहले से ही मंहगाई की मार से त्रस्त है। उन्होंने कहा कि पिछले एक वर्ष के अन्तराल में आम जरूरत की चीजों के दामों में कई गुना वृद्धि पर केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा नियंत्रण नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि रसोई गैस, पेट्रोलियम पदार्थ तथा खाद्य पदार्थों के लगातार बढ़ रहे दामों के बाद राज्य सरकार द्वारा बिजली पानी की दरों में भारी वृद्धि कर जनता को मंहगाई के बोझ से लादने का काम किया जा रहा है।