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पंजाब में अफ्रीकन स्‍वाइन फीवर की दस्तक, पीड़‍ित सुअरों को मारेगी सरकार, पालकों को मिलेगा मुआवजा

चंडीगढ़ 

पंजाब में सुअरों में अफ्रीकन स्‍वाइन फीवर की आहट से अफरातफरी मची है। जहां आम लोग इसे लेकर चिंतित हैं वहीं पंजाब सरकार ने इस बीमारी को लेकर दिशा निर्देश जारी किए हैं। इतना ही नहीं अब सुअरों के इस बीमारी से संक्रमित होने पर उनकी किलिंग यानि उन्‍हें मारने पर मुआवजे का ऐलान किया है। पंजाब के पशु पालन, मछली पालन और डेयरी विकास मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने कहा है कि राज्य के सुअर पालकों को घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि पंजाब सरकार सुअर किलिंग के लिए मुआवजा देगी।
उन्होंने कहा कि सरकार इस मुश्किल घड़ी में सुअर पालकों के साथ खड़ी है। पटियाला जिले में दो स्थानों पर अफ्रीकन स्वाइन फीवर की पुष्टि हुई है और भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के मुताबिक बीमारी के केंद्र से एक किलोमीटर के दायरे में सुअरों की किलिंग जरूरी है नहीं तो यह बीमारी भयानक रूप धारण कर सकती है। पशु पालन मंत्री ने कहा कि इस बीमारी की मृत्‍यु दर 100 प्रतिशत तक हो सकती है और एक बार सुअर के प्रभावित होने पर कुछ दिनों में ही उसकी मौत हो जाती है। केंद्र सरकार की नीति के मुताबिक सिर्फ विभाग द्वारा की गई कलिंग के लिए मुआवजा दिया जायेगा। उन्होंने सुअर पालकों से अपील की कि वे विभाग को सहयोग दें ताकि बीमारी के फैलाव को रोका जा सके।
उन्होंने कहा कि इसके इलावा नीति के अंतर्गत प्रभावित क्षेत्र में सुअरों की नष्ट की गई खुराक का मुआवजा भी सुअर पालकों को दिया जायेगा। उन्होंने विशेष तौर पर कहा कि अफ्रीकन स्वाईन फीवर पशुओं से मनुष्य में नहीं फैलता। इसलिए मानव या अन्य पशुओं को इससे संक्रमण लगने का कोई डर नहीं है। मंत्री ने बताया कि इस संक्रमण की बीमारी अफ्रीकन स्वाइन फीवर को और फैलने से रोकने, आगामी एहतियात और अपेक्षित सहायता के लिए तीन वेटरिनरी अधिकारियों को जिला पटियाला में तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि वेटरिनरी अधिकारी डॉ. सिमरत सिंह, डॉ. आनन्द कुमार जैसवाल और डॉ. भुपिन्दर सिंह को तुरंत दफ्तर डिप्टी डायरेक्टर पशु पालन पटियाला में रिपोर्ट करने के निर्देश दिए गए हैं।